भारतीय टेलीविज़न के लोकप्रिय शो " आप की अदालत " की शुरुआत नब्बे के दशक में हुई थी, और तब से लेकर अब तक इस शो में न जाने कितने राजनीतिक नेता, बॉलीवुड स्टार्स, क्रिकेटर्स, धर्मगुरु, गायक और चित्रकार जनता के मन में उठने वालों सवालों के जवाब देने आ चुके हैं। चाहे कोई कितना भी क्यों न शक्तिशाली और अहंकारी हो, उसे रजत शर्मा के चुभते सवालों के जवाब देने पडे।
अगर "आप की अदालत" के जन्म स्थल के बारे में पूछा जाए तो इसका लोखाजोखा मिलना नामुमकिन है। दरअसल इसका जन्म न ज़मीन पर हुआ और न आसमान पर। ये वजूद में आया दोनों के बीच कहीं हवा में आज से 21 साल पहले। मौक़ा था एक हवाई यात्रा का और रजत शर्मा और जी न्यूज़ के मालिक सुभाष चन्द्रा इसमें हमसफ़र थे। बातचीत का दौर चला और इसी दौरान अनायास ही इस शो का कांसेप्ट शक़्ल लेने लगा। हवाई यात्रा तो कुछ घंटों में ख़त्म हो गई लेकिन इसके साथ ही इस शो का सफ़र शुरु हो गया जो पिछले 21 साल से बदस्तूर जारी है। "आप की अदालत" शो ने अपने इतने लंबे सफ़र से टेलीविज़न के इतिहास में एक ऐसी इबारत लिख दी जो आने वाली नस्लों के लिए किसी धार्मिक ग्रंथ से कम नहीं होगा।
इस शो की शुरुआत 1993 में हुई और तब से लेकर अब तक रजत शर्मा अपने ख़ास शीरी अंदाज़ में राजनीतिज्ञों, बॉलीवुड स्टार्स और खिलाड़ियों से लेकर धर्म गुरुओं से कड़वे सवाल पूछते आ रहे हैं।
भारतीय टेलीविजन के इतिहास में "आप की अदालत" सबसे लम्बे समय तक चलने वाला शो साबित हुआ है। इस शो ने जब अपने वजूद के 21 साल पूरे किए, तो उस मौके पर एक शानदार जश्न हुआ, जिसमें बॉलीवुड के तीनों ख़ान (शाहरुख, आमिर और सलमान) इकट्ठे हुए, भारत के महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित तमाम मंत्री, राजनीतिक नेता और देश के जाने माने उद्योगपति भी इस समारोह में पहुंचे।
आप की अदालत पहले एपिसोड के प्रसारण के साथ ही टीवी रेटिंग चार्ट के पहले पायदान पर रहा है। पिछले छह महीनों में 'आप की अदालत ' की वजह से इंडिया टीवी अपने नज़दीकी प्रतिद्वंदीयों से रेटिंग के मामले में 60 % आगे रहा है।