Youth Day 2023: आज यूथ डे है और आज के दिन विवेकानन्द को सेलिब्रेट किया जाता है। उनके विचारों को याद किया जाता है और उनके ज्ञान को लेकर चर्चाएं होती हैं। भारत में दो टूरिस्ट प्लेस हैं बेलूर मठ और विवेकानन्द स्मारक शिला जो कि विवेकानन्द की याद में बनाए गए हैं। हर साल विवेकानन्द से प्रेरित लोग यहां जाते हैं और उनके विचारों को सेलिब्रेट करते हैं। आज के दिन हम सिर्फ विवेकानन्द स्मारक शिला (Vivekananda Rock Memorial) की बात करेंगे जिसे विवेकानन्द प्वाइंट भी कहते हैं। तो, क्यों है ये जगह खास और यहां कैसे पहुंचे, जानते हैं।
विवेकानंद रॉक मेमोरियल के बारे में क्या खास है
स्वामी विवेकानन्द महानतम आध्यात्मिक नेताओं में से एक थे। उन्हीं की याद में आपके मन को शांत करने वाला ये विवेकानन्द स्मारक शिला बना है जिसे आम भाषा में विवेकानन्द प्वाइंट कहते हैं। जब आप कन्याकुमारी पहुंचेंगे, तो आप अपने दिल और दिमाग की बात सुनने से खुद को नहीं रोक पाएंगे, क्योंकि विवेकानन्द रॉक मेमोरियल आपको अपनी आश्चर्यजनक शांति और के साथ आमंत्रित करेगा। ये विवेकानन्द रॉक मेमोरियल मुख्य भूमि से लगभग 500 मीटर की दूरी पर समुद्र में एक चट्टान पर स्थित है।
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स्मारक में दो मुख्य संरचनाएं हैं विवेकानन्द मंडपम और श्रीपाद मंडपम। विवेकानन्द मंडपम ध्यान मंडपम है, यानी छह कमरों वाला ध्यान कक्ष। चारों ओर बाहरी प्लेटफार्म पर स्वामीजी की मूर्ति है जो सीधे श्रीपदम की ओर दिखाई देगी। ये सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक ये खुसा रहता है। वयस्कों के लिए प्रवेश शुल्क 34 रुपये और छात्रों के लिए 17 रुपये है।
विवेकानन्द स्मारक शिला कैसे पहुंचे?
विवेकानन्द रॉक मेमोरियल द्वीप तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले में वावथुराई की से लगभग 500 मीटर की दूरी पर समुद्र में स्थित है। यहां का सबसे पास का रेलवे स्टेशन नागरकोइल (Nagercoil) है जो स्मारक से 16 किलोमीटर दूर है। रेलवे स्टेशन से डॉक तक बसें, कैब और ऑटो उपलब्ध होती हैं। तो आपको पहले कन्याकुमारी या नागरकोइल पहुंचना है और फिर आप यहां से विवेकानंद प्वाइंट तक पहुंच सकते हैं।