
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और उनकी सरकार प्रदेश में पर्यटन की नई संभावनाएं तलाश रहे हैं। राज्य सरकार पंजाब में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई क्रांतिकारी कदम उठा रही है। पिछले कुछ सालों में पंजाब में पर्यटन एवं संस्कृति से संबंधित कई नए प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं। सरकार की ओर से प्रदेश की प्राचीन और ऐतिहासिक इमारतों के रखरखाव, नवीनीकरण और आधुनिकीकरण के लिए करीब 73.57 करोड़ रुपये खर्च किये गए हैं। जिसका उद्देश्य पर्यटको को पंजाब की ओर आकर्षित करना और रोजगार को बढ़ावा देना है।
सरकार की ओर से पंजाब की समृद्ध विरासत को पुनर्जीवित करने की ओर कदम उठाए जा रहे हैं। जिसमें शहीद भगत सिंह अजायब घर का नवीनीकरण और खटकड़कलां में लाइट एंड साउंड शो, श्री चमकौर साहिब में अत्याधुनिक बस टर्मिनल और इंटरप्रीटेशन सेंटर, श्री आनंदपुर साहिब में नेचर पार्क और सैलानी सुविधा केंद्र, नैना देवी रोड का सौंदर्यीकरण, विरासत-ए-खालसा रोड को खूबसूरत बनाना और श्री आनंदपुर साहिब में भाई जैता जी स्मारक का उद्घाटन जैसे कई विकास कार्य शामिल हैं।
'रंगला पंजाब' पर्यटन को देगा नई ऊंचाई
इसके अलावा सरकार की ओर से सराय लश्कर खान के रखरखाव और नवीनीकरण पर काफी खर्च किया जा रहा है। फिरोजपुर में सारागढ़ी अजायब घर का उद्घाटन किया गया, सरद खाना और पटियाला में दरबार हॉल फसाड लाइटिंग का उद्घाटन किया गया। इसके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री मान ने राज्य के बहादुर योद्धाओं की याद में अमृतसर में रंगला पंजाब महोत्सव का आयोजन किया।
पंजाब की संस्कति की झलक दिखाएंगे 'मेले'
पंजाब सरकार की ओर से राज्य की संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। पंजाब में कई मेले और फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है जिसमें फिरोजपुर में बसंत फेस्टिवल, बठिंडा विरासत मेला, किला रायपुर ग्रामीण ओलंपिक, कपूरथला विरासत फेस्टिवल, कुदरत उत्सव, श्री आनंदपुर साहिब में होला मोहल्ला और निहंग फेस्टिवल शामिल हैं।
श्री चमकौर साहिब को एक धार्मिक और तीर्थ स्थल के रूप में बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से 31.56 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं। जिसमें संस्कृति और विरासत श्रेणी में फिरोजपुर (हुसैनीवाला बॉर्डर) और धार्मिक पर्यटन के रूप में रूपनगर (आनंदपुर साहिब) को विकसित किया जाएगा।
एतिहासिक इमारतों का जीर्णोद्धार
पंजाब सरकार प्रदेश के एतिहासित स्मारक और विरासत संपत्तियां को भी पर्यटन से जोड़ने का काम रही है। जिसमें मुगल सराय दोराहा, सराय लश्कर खान खन्ना, सरद खाना पटियाला, रामपुरा फूल में किला, पटियाला में ओल्ड पब्लिक हेल्थ बिल्डिंग, शाही समाधि, एंट्री गेट और शालीमार गार्डन कपूरथला में हवा महल, किला सराय सुल्तानपुर लोधी जैसे स्मारक शामिल हैं। इन इमारतों की मरम्मत और रखरखाव का काम किया जा रहा है। प्रदेश के किलों को वेडिंग डेस्टिनेशन और हेरिटेज होटल में तब्दील किया जा रहा है। जिससे सैलानियों से साथ डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए भी लोग पंजाब की धरती पर पहुंचें।
'फार्म स्टे' ग्रामीण संस्कृति को बढ़ावा
पंजाब की ग्रामीण संस्कृति और गांव में लोगों के रोजगार को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से फार्म स्टे पर फोकस किया जा रहा है। इसमें गांव के रहन-सहन, खान-पान और खेती किसानी से जुड़ी चीजों को ध्यान में रखते हुए फार्म को विकसित करने की अपील की जा रही है। यहां लोग आकर रुकें और ग्रामीण जिंदगी का मजा लें। इससे न सिर्फ लोगों को रोजगार मिलेगा बल्कि पंजाब की समृद्ध विरासत से जुड़ने का मौका भी मिलेगा।
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