सोमवार 23 जनवरी 2023 के दिन अंडमान-निकोबार के छोटे बड़े 21 द्वीपों को देश के लिए शहीद हुए परमवीर चक्र से सम्मानित योद्धाओं के नाम पर रखा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए इसकी घोषणा की। ऐसे में लोगों के दिलों में इस जगह को लेकर बेहद उत्सुकता बनी हुई है। आपको बता दें, छोटे छोटे द्वीपों से घिरा अंडमान-निकोबार सालों से पर्यटकों का पसंदीदा पर्यटन केंद्र बना हुआ है। ऐसे में अगर आप भी सोच रहे हैं कि अंडमान कैसे पहुंचे, तो आपके सवाल का जवाब हमारे पास है। हालांकि, मशहूर पर्यटन स्थल होने की वजह से यहां पहुंचने में परेशानी नहीं होगी। यहां आप हवाई जाहज और समुद्र मार्ग के ज़रिये पहुंच सकते हैं।
फ्लाइट से सफर
अंडमान निकोबार जाने के लिए पोर्ट ब्लेयर हवाई अड्डे पर उतरना पड़ता है। दिल्ली से जाने पर फ्लाइट से करीब 5 घंटे का समय लगता है। दरअसल, यहां फ्लाइट चेन्नई या फिर कोलकाता से होकर जाती है। जिस वजह से इतना समय लग जाता है। वहीं, कोलकाता और चेन्नई से पोर्ट ब्लेयर एक ही उड़ान में पहुंचा जा सकता है इसलिए यहाँ से पहुंचने में महज 2 घंटे का समय लगता है। पोर्ट ब्लेयर पहुंचकर आप अंडमान में कहीं भी जाने के लिए फैरी या पानी के जहाज का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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समुद्री मार्ग से सफर
आप अंडमान-निकोबार का सफर समुद्री मार्ग से भी कर सकते हैं। हालांकि, इसमें थोड़ा ज़्यादा समय लगेगा। समुद्री यात्रा में लगभग 50 से 60 घंटे या 2-3 दिन लगते हैं। अगर आपके पास यदा समय है और आप पानी के रास्ते का रोमांच देखते हुए अंडमान-निकोबार जाना चाहते हैं तो समुद्री जहाज से सफर कर सकते हैं। कोलकाता और चेन्नई से, पोर्ट ब्लेयर के लिए तीन से चार जहाज हर महीने रवाना होते हैं। इसके अलावा, विशाखापटनम से भी हर महीने एक जहाज जाता है। कोलकाता से अंडमान जाने वाले शिप में थोड़ा ज्यादा समय लगता है। शिप के टिकट इन शहरों के टिकट सेंटर से मिल जाते हैं।