बनारस भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में गंगा नदी के किनारे स्थित एक बहुत ही सुंदर शहर है, जो दुनियाभर में मशहूर तीर्थ स्थल होने के लिए भी जाना जाता है। इसके कई विशाल मंदिरों के अलावा, वाराणसी अपने घाटों और कई अन्य प्रमुख स्थानों से हर साल करोड़ों पर्यटकों को आकर्षित करता है। यहां कई लोग मुक्ति और शुद्धि के लिए आते हैं। यह स्थान केवल भारतीयों को ही नहीं, बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी पसंद है। अगर आप इस शिवरात्रि बनारस भ्रमण पर निकलने की सोच रहे हैं तो हम आपको बताते हैं आपको कहाँ कहाँ जाना चाहिए।
- देखें गंगा आरती का भव्य नज़ारा: अगर आप वाराणसी जाने का मन बना चुके हैं तो सबसे पहले आप वहां की गंगा आरती देखें। गंगा आरती देखते समय आपको जो भव्यता और दिव्यता का एहसास होगा उसे शब्दों में पिरो पाना मुश्किल है। इसे आप केवल वहाँ रहकर ही महसूस कर सकते हैं।
- नाव से करें घाटों की सैर: गंगा आरती के बाद आप बनारस के 84 घाटों की सैर प्राइवेट या पब्लिक नावों से करें। जिसमे अस्सी घाट, मुंशी घाट, मणिकर्णिका घाट,दशाश्वमेध घाट शामिल हैं। गंगा नदी में नाव से बनारस के घाटों को देखना किसी सुखद सपने समान होता है।
- संकट मोचन मंदिर: बनारस गए और अगर आप संकट मोचन मंदिर नहीं जा पाए तो आपका बनारस जाना व्यर्थ है। संकट मोचन हनुमान मंदिर अस्सी नदी के किनारे स्थित है। यह मंदिर भगवान राम और हनुमान जी को समर्पित है।
- मणिकर्णिका घाट: मणिकर्णिका घाट बनारस का सबसे पुराना घाट है। ऐसा कहा जाता है कि इस घाट पर जिसका अंतिम संस्कार होता है तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसका घाट का जिक्र वेद-पुराणों में भी किया गया है।
- काशी विश्वनाथ: काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी के सबसे फेमस मंदिर है। भोले की नगरी में अगर आपने उनका ही दर्शन नहीं किए तो क्या बनारस घूमें। काशी विश्वनाथ मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां हर साल लाखों लोग दर्शन के लिए आते हैं।
- संकरी गलियों की करें सैर: बनारस की संकरी गलियों और बड़ी- बड़ी हवेली को देखना आपको विस्मय और आस्चर्य से भर देगा। इसलिए जब आप बनारस जाएँ तो वहाँ की संकरी गलियों की करें सैर करना न भूलें।