जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है और इसके लिए दिल्ली को भारतीय क्राफ्ट और कलाकृतियों से सजा दिया गया है। खुद पीएम मोदी का कहना है कि जैसे ही दुनिया जी-20 के लिए एकत्रित होगी, यहां भारत की सदियों पुरानी कलात्मकता और परंपराओं के प्रमाण की साक्षी बनेगी। यही प्रमाण भारत मंडपम में मिलेंगे जहां भारत के हर कोने और हर राज्य की खास संस्कृति और कलाकृतियां नजर आएंगी और इसे भारत सरकार की 'एक जिला एक उत्पाद'(One District One Product) जैसी पहल के तहत सजाया जाएगा। तो, आइए जानते हैं भारतीय मंडपम के पास किस राज्य से क्या रखा जाएगा।
1. उत्तर भारत-North India
-उत्तर भारत से मंडपम में होगा पंजाब की फुलकारी कढ़ाई से बनी चीजें जैसे दुपट्टे, साड़ी, कुर्ते और बैग।
-कश्मीर से होगा पपीयर माचे (Papier mache) जो कागज चावल का आटा, ऐक्रेलिक रंग, लकड़ी, टेराकोटा के साथ तैयार किए जाते हैं।
-हरियाणा से होगा पुंजा धुरी (Punja Dhurrie)। ये एक प्रकार का फर्श कवरिंग है जो दरी और गलीचे की तरह होता है।
-हिमाचल से होगा चंबा रुमाल(Chamba rumals) जो महीन मलमल के कपड़े पर कढ़ाई करके तैयार किया जाता है।
-उत्तराखंड राज्य से होगा बिछुआ फाइबर (Nettle Fiber) से बनी हुई चीजें।
-उत्तर प्रदेश से होगा लखनऊ की फेमस चिकनकारी (Chikankari)
2. पूर्व भारत-East India
-बिहार से होगी मधुबनी पेंटिंग।
-बनारस से होगा बनारसी साड़ी और ब्रोकेड डिजाइन।
-बंगाल से होगा कांथा कढ़ाई (Kantha Embroidery)
-झारखंड से होगी आदिवासी गहने (Tribal Jewellery)
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3. नॉर्थ ईस्ट-North East
-मणिपुर से होगा कौन क्राफ्ट (Kauna Craft)। इसमें चीजें कौना नाम के मुलायम और स्पंजी घास है से तैयार होती हैं।
- ओडिशा से होगा पट्टचित्रा पेंटिंग (Pattachitra Painting)
- असम से होगा मेखला चादर,साड़ियां, शॉल, स्टोल, होम लिनेन और असम के विशेष हथकरघा उत्पाद।
-भारत का मेघालय राज्य बांस और बेंत संसाधनों के लिए जाना जाता है। इसलिए यहां से इनकी बनी चीजें रहेंगी।
-नागालैंड से Loin Loom Weaving
4. दक्षिण भारत -South India
-अंडमान के विशाल समुद्रतट और निकोबार द्वीप समूह के सीप से बनी चीजें (Shell Craft)
-तमिलनाडु से कांचीपुरम सिल्क साड़ी और Thanjavur पेंटिंग
-तेलंगाना का तेलिया रुमाल।
-कलमकारी, जिसका अर्थ है कलम का काम। आंध्र प्रदेश का ये ब्रशवर्क फेमस है।
-कर्नाटक की कसुती कढ़ाई और बिड्रिवेयर (Bidriware), जिसे मैजिक इन के नाम से जाना जाता है।
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5. पश्चिम भारत-West India
-गोवा से Crochet and Lacework
-केरला से Bellmetal Work
-गुजरता से कच्छ और काठियावाड़ कढ़ाई और पाटन पटोला साड़ी
-महाराष्ट्र से कोल्हापुरी चप्पल और पैठनी साड़ी
-राजस्थान से पिछवाई पेंटिंग और बंधेज
-मध्य प्रदेश से चंदेरी सिल्क और बाघ पेंटिंग
-छत्तीसगढ़ से ढोकरा क्राफ्ट।