आपने विदेशों में कई बार शानदार ग्लास स्काई वॉक पर चलते हुए लोगों को देखा होगा। कांच के पुल पर चलना जितना खूबसूरत होगा, उससे कहीं ज्यादा रोमांचक। अगर आप भी इस रोमांचक पल को जीना चाहते हैं तो विदेश जाने की जरूरत नहीं है। इसके लिए आपको किसी पासपोर्ट या वीजा की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि भारत में पहला ग्लास स्काई वॉक सिक्किम में बन चुका है। सिक्किम की राजधानी गंगटोक के पास पेलिंग में शानदार ग्लास स्काई वॉक है। ये टूरिस्ट प्लेस लोगों के बीच काफी फेमस है। आपको भी एक बार यहां जरूर जाना चाहिए।
भारत में ग्लास स्काईवॉक कहां है?
समुद्र तल से करीब 7200 फीट की ऊंचाई पर स्थित, पेलिंग ग्लास स्काईवॉक, जो सिक्किम के पेलिंग शहर से लगभग 3 किमी की दूरी पर है। पेलिंग माउंट कंचनजंगा की तलहटी में बसा एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। स्काईवॉक चेनरेज़िग की मूर्ति के सामने बनाया गया है, जो 137 फीट की ऊंचाई वाली नॉर्थ ईस्ट की चौथी सबसे ऊंची मूर्ति है।
स्काईवॉक में ऐसा क्या खास है?
कांच के पुल पर चलना अपने आप में रोमांचित करता है। आपको ऐसा लगता है जैसे आप बिना धरती के हवा में चल रहे हैं। ग्लास स्काई वॉक को ऐसे बनाया गया है कि चेनरेज़िग की प्रतिमा और वहां तक पहुंचने वाली सीढ़ियों का शानदार नजारा ऊपर से दिख सके। इसके चारों ओर गोल्डन प्रेयर व्हील्स है। अच्छी हाइट पर स्काईवॉक के होने की वजह से यहां पैदल चलना रोमांचकारी हो जाती है। खुले आसमान में आप यहां से आसानी से हिमालय को भी देख सकते हैं। यहां से नीचे देखने पर प्राचीन नदियां तीस्ता और रंगीत भी दिखाई देती हैं।
पेलिंग स्काईवॉक कैसे पहुंचें?
चेनरेज़िग स्काईवॉक पेलिंग से 6-7 किलोमीटर दूर है। यहां बस सर्विस कम है लेकिन टैक्सी आसानी से मिल जाती हैं। आप ट्रैटिंक के शौकीन है तो पेलिंग से स्काईवॉक तक चढ़ाई कर सकते हैं। वहीं पेलिंग गंगटोक से करीब 113 किलोमीटर दूर है। इसके सबसे नजदीकी हवाई अड्डा बागडोगरा है, जो सड़क मार्ग से 160 किमी दूर है।
स्काईवॉक का टाइम और टिकट
स्काईवॉक हर दिन टूरिस्ट के लिए खुला होता है। आप सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक यहां वॉक कर सकते हैं। लोकल लोगों के लिए किराया कम है, लेकिन अन्य पर्यटकों को करीब 50 रुपये की एंट्री टिकट लेनी पड़ती है।