नई दिल्ली: उज्जैन शिप्रा नदी के तट पर स्थित है और सबसे पुराने और पवित्र भारतीय शहरों में से एक है। प्राचिन समय का उज्जैन, शिक्षा का एक केंद्र होने के साथ सांदीपनी ऋषि, महान कवि कालिदास, राजा विक्रमादित्य और सम्राट अशोक की यादों से पावन है।
यह भव्य कुंभ मेले का आयोजन स्थल है, जो बारह साल में एक बार आयोजित किया जाता है। देश के प्रमुख तीर्थयात्रा स्थानों में से एक उज्जैन के उल्लेख वेद, पुराण, रामायण और महाभारत में मिलते है। देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक यहां बसा हुआ है।
उज्जैन में कई प्रमुख पर्यटक स्थल है जो कई दृश्टि से विश्व विख्यात है। सांदीपनी आश्रम, महाकालेश्वर मंदिर, हरसिद्धी मंदिर, बड़े गणेशजी का मंदिर, गोपाल मंदिर, चिंतामण गणेश मंदिर, मंगलनाथ मंदिर, जंतरमंतर (खगोलीय वेधशाला), कालीदेह पैलेस
कैसे पहुंचे :
यहां से निकटतम हवाई अड्डा इंदौर (58 किमी) है और दिल्ली, ग्वालियर, भोपाल और मुंबई से इंदौर के लिए नियमित उड़ानें उपलब्ध हैं। उज्जैन पश्चिम दिशा में भोपाल-नागदा क्षेत्र में है।