नई दिल्ली: स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां के पीछे एक ठोस वजह है, जिसमें सबसे पहले यह छुट्टियां बच्चों को परिवार के साथ जुड़ने के लिए भरपूर समय देती हैं। दूसरा, यह मौज मस्ती के लिए विभिन्न गतिविधियों का आनंद उठाने का मौका देती है और बच्चों को स्कूल के नए सत्र के लिए ऊर्जा और उत्साह से तैयार होने में मदद करता है।
नोएडा स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) की प्रधानाचार्य इंद्रा कोहली ने कहा, "अधिकांश अभिभावक बच्चों के साथ एक या दो हफ्तों के लिए ठंडी जगहों पर सैर के लिए निकलते हैं, जैसे कि कोई हिल स्टेशन या गोवा में समुद्र के खूबसूरत किनारों पर, इसके बावजूद गर्मी की छुट्टियों का एक बड़ा हिस्सा बाकी रहता है और इसे सही योजना के साथ सार्थक बनाया जा सकता है। आखिरकार, यह छुट्टियों का समय है इसका मतलब यह नहीं है कि बच्चे कुछ क्रिएटिव, प्रोडक्टिव और मजेदार काम नहीं कर सकते।"
उन्होंने गर्मी की छुट्टियां के दौरान बच्चों के लिए व्यस्त रहने और प्रोडक्टिव काम करने में मदद करने के लिए सुझाव देते हुए कहा, "अभिभावक बच्चों में किताबों की दुनिया में खोने, इंटरेक्टिव आउटडोर गेम्स खेलने, दोस्तों (पत्र-मित्रों) को खत लिखने जैसी चीजें सिखाएं और उन्हें पुराने स्कूल के दिनों की छुट्टियों का अनुभव लेने का मौका दें। यह गतिविधियां उनके लिए न केवल मजेदार साबित होंगी, बल्कि उन्हें बहुत कुछ सीखने का मौका भी देंगी।"
उन्होंने कहा, "बच्चों में आउटडोर खेलने की इच्छा जगाएं, इससे बच्चों में आत्मविश्वास, स्वाभिमान और टीमवर्क का विकास होता है। एक चुस्ती-फुर्ती भरी जीवनशैली को सुनिश्चित करने के साथ ही ये खेल अनुशासन, प्रेरणा तथा प्रतिबद्धता को लेकर बच्चों में एक नियमित और संतुलित उत्साह का विकास करते हैं। साथ ही बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक और जिम्मेदार बनाएं।"