नई दिल्ली: काली रेत वाला डुमस बीच अपने आप में कई कहानियों को समेटे हुए है। और सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि अगर आप गूगल पर डुमस बीच डालेंगे तो हॉंटेड स्टोरी की लिस्ट में इस बीच से जुड़ी कई स्टोरी आ जाएगी। लेकिन आज हम आपको इसकी हॉंटेड प्लेस में होने के साथ-साथ इसकी खूबसूरती के बारे में कुछ ऐसी रोचक बातें बताएंगे जिसे शायद ही आप जानते होंगे। इस बीच की खासियत यह है कि यह काली रेत का है जिसे आप दूर से देखेंगे तो एक अलग ही किस्म का जगह दिखता है।
इस बीच की सबसे डुमस बीच का इतिहास अरब सागर से लगा हुआ यह बीच सूरत से 21 किलोमीटर की दूरी पर है। सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि यहां की रेत का रंग काला है। इस बीच का इतिहास किसी को नहीं पता। लेकिन, स्थानीय लोगों का कहना है कि सदियों पहले यहां पर आत्माओं ने अपना बसेरा कर लिया और इसी के चलते यहां की रेत काली हो गई। इसी बीच के पास लाशें भी जलाई जाती हैं।
लोगों का मनना है कि जिन लोगों को मोक्ष प्राप्त नहीं होता है, या जिनकी अकाल मृत्यु हो जाती है, उनकी रूह इस बीच पर बसेरा कर लेती है। यह फेमस लव स्पॉट भी है। कई कपल्स का कहना है कि दिन में खूबसूरत दिखाई देने वाला यह बीच शाम होने के बाद से ही डरावना नजर आने लगता है। बीच पर रोने और सिसकने की भी आवाजें सुनाई देती हैं।(सिर्फ 13,499 रुपये में अमेरिका-यूरोप की भर सकते हैं उड़ान, इस तरह करें टिकट बुक)
गुजरात के सूरत के पास स्थित डुमस बीच की गिनती भुतहा जगहों में होती है। इस जगह पर हिन्दू अंतिम संस्कार करने भी आते हैं। कहा जाता है कि यहां आत्माओं का वास है। इसी डर के चलते लोग यहां शाम होने के बाद नहीं आते। बीच हमेशा वीरान पड़ा रहता है। स्थानीय लोग तो अकेले इस बीच पर दोपहर में भी जाने से डरते हैं।(Travel News: सस्ते में करनी है विदेश यात्रा तो 'बाली' है सबसे बेहतर)
शाम को अंधेरा होने के बाद से ही बीच पर चीखने-चिल्लाने की आवाजें आने लगती हैं। चीख-पुकार की आवाज काफी दूर से भी सुनी जा सकती है। स्थानीय लोगों की मानें तो इस बीच पर रात में जो भी गया है, वह वापस नहीं लौटा। यह बीच प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है, लेकिन इस बीच को लेकर स्थानीय लोगों की बातें डरा देने वाली हैं।(Travel News: जापान के इस जगह का नाम हिंदू देवी लक्ष्मी के नाम पर रखा गया, जानिए क्या है वजह)
कैसे जा सकते हैं डुमस बीच?
सूरत से 20 किलोमीटर दूर ये बीच स्थित है। मतलब आप सूरत से आधे घंटे में इस बीच तक पहुंच सकते हैं। स्थानीय गाड़ी, बस, दूसरी तरह के ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हुए आसानी स बीच तक आराम से पहुंचा जा सकता है।