श्रीनगर: कश्मीर में पिछले साल आई बाढ़ के बाद अब पर्यटन अपनी पूर्व स्थिति में आता जा रहा है और पर्यटन की आधारभूत व्यवस्थाओं में परिवर्तन के बाद राज्य में पर्यटकों का आवागमन धीरे-धीरे बढ़ रहा है। एक वरिष्ठ मंत्री ने सोमवार को यह जानकारी दी। शिक्षा मंत्री नईम अख्तर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "सरकार की कड़ी मेहनत और पर्यटन विभाग के प्रयासों के मद्देनजर पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है जो कि सकारात्मक संकेत है।"
ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में आयोजित जम्मू एवं कश्मीर ट्रैवल मार्ट के समापन दिवस पर उन्होंने कहा, "अब लगभग सभी होटलों का परिचालन शुरू हो गया है, और पर्यटकों को यहां पर आना चाहिए और अपने लिए मौजूद सुविधाओं का जायजा लेना चाहिए।"
सोमवार को समाप्त हुए ट्रैवल मार्ट का आयोजन सरकार ने पर्यटन के क्षेत्र में काम कर रहे स्थानीय, घरेलू और विदेशी क्रेता-विक्रेताओं को मिलाने के लिए किया था। इसका उद्देश्य राज्य में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देना था।
जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में 16 मई को पहले ट्रेवल मार्ट का उद्धाटन किया था। इस तरह का आयोजन आखिरी बार 1988 में हुआ था।
अख्तर सईद ने कहा, "यह आयोजन (ट्रैवल मार्ट) काफी सफल रहा और इसका लंबे समय तक सकारात्मक असर रहेगा। इस क्रेता-विक्रेता मिलन समारोह में पर्यटन के क्षेत्र से संबंधित 185 घरेलू और 24 विदेशी क्रेताओं, टूर संचालकों और व्यक्तियों ने भाग लिया।"
अख्तर सईद के साथ इस दौरान पर्यटन आयुक्त सचिव शैलेंद्र कुमार, पर्यटन निदेशक फारुक शाह और अन्य लोग मौजूद थे।
मंत्री ने कहा कि इस तरह के और समारोहों का आयोजन किया जाएगा ताकि यह नियमित कार्यक्रम बन सके।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और पर्यटन विभाग ने एक देशव्यापी अभियान जारी किया है और अब इसका फायदा मिल रहा है।
अख्तर ने कहा कि निकट भविष्य में फिल्म उद्योग के बड़े बैनर कश्मीर आएंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने नौकरशाही बाधाओं और फिल्म की शूटिंग के लिए सभी प्रकार की मंजूरी सात दिनों के भीतर देने का फैसला लिया है।
उन्होंने कहा, "अब श्रीनगर से 27 उड़ानें प्रतिदिन आवागनम के लिए परिचालित होती हैं और यहां पर लगभग 7,000 पर्यटक प्रतिदिन आते हैं। यह एक बड़ी सफलता है।"
उन्होंने हालांकि स्वीकार किया कि सरकार को राज्य में पर्यटन स्थलों और अंतर जिला सड़कों को जोड़ने के लिए अभी और अधिक काम करना है।