राजगीर में प्रति तीन वर्ष पर मलमास मेला लगता है, जिसे देखने के लिए देश और विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक यहां पहुंचते हैं। बिहार में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि का एक प्रमुख कारण राजगीर को माना जाता है।
राजगीर होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष रामकृष्ण प्रसाद सिंह ने आईएएनएस को बताया कि वर्ष 1990 के बाद यहां पर्यटकों की संख्या में कमी आई थी, परंतु वर्ष 2007 के बाद स्थिति बदली है। वे कहते हैं कि यहां सालों भर पर्यटकों का आना लगा रहता है।
राजगीर में रात गुजारने के लिए सस्ते से लेकर महंगे दर में होटल हैं। देश के अलावे विदेश के भी पर्यटक यहां आते हैं। श्रीलंका, थाईलैंड, कोरिया, जापान, चीन, वर्मा, भूटान आदि देशों के बौद्ध श्रद्घालु तो यहां आते ही हैं, अमेरिका और इंगलैंड के पर्यटक भी यहां आना नहीं भूलते।
राजगीर पहुंचने के लिए आपको पटना और बिहारशरीफ से बराबर वाहन मिल जाएंगे। राजगीर घूमने के लिए दो दिन का समय उपयुक्त माना जाता है।