आज आयोध्या के इतिहास का सबसे बड़ा दिन है। राम जन्मभूमि को लेकर सालों से चल रहे विवाद का आखिरकार आज खत्म होगा। अयोध्या जिसे राम जन्मभूमि के नाम से भी जाना जाता है। आज भी अयोध्या में सौ से ज्यादा मंदिरों के अस्तित्व मिलते है। सिर्फ अयोध्या ही नहीं इसके आसपास भी कई ऐसे जगह और मंदिर है जहां आप घूमने जा सकते हैं।
स्वामीनारायण मंदिर
रामनगरी से 40 किलोमीटर दूर गोंडा जिला के छपिया स्थित स्वामीनारायण संप्रदाय के प्रवर्तक स्वामीनारायण का मंदिर भी काफी फेमस है। यह मंदिर काफी खूबसूरत और भव्य है, और यह आज भी काफी फेमस है। यही वजह है कि अयोध्या में स्वामीनारायण संप्रदाय के संतों का आवागमन आज भी बना रहता है।भरतकुंड रामनगरी
भरतकुंड रामनगरी अयोध्या से करीब 10 किलोमीटर दूर प्रयागराज हाइवे पर स्थित है, मान्यता के मुताबिक भगवान राम जब वनवास पर गए थे तब भरत ने 14 साल तक तपस्या करते हुए राजपाठ का संचालन किया था और भगवान राम के वापस लौटने की प्रतीक्षा कर रहे थे। अयोध्या का राज्य संचालन करते हुए उनके लौटने की प्रतीक्षा की। वहां के वृक्षों में भरत की भ्रातृ प्रेम की झलक मिलती है।
शृंगीऋषि आश्रम
फैजाबाद-टांडा मार्ग पर स्थित शृंगीऋषि आश्रम इस पूरे इतिहास का पूरक है, जिसके केंद्र में अयोध्या है। सरयू नदी के किनारे स्थित यह स्थान प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। बता दें कि सरयू के उसी तट पर शृंगीऋषि की गुफा भी स्थित है, जिसके बारे में मान्यता है कि शृंगीऋषि इसी गुफा में बैठकर सालों तक तपस्या करते थे।
हनुमानगढ़ी
18वीं शताब्दी में नवाब मंसूर अली ने पुजारी महंत अभयरामदास से इतने ज्यादा प्रभावित हुए कि उन्होंने यहां के पुजारी को इस मंदिर को बनवाने के लिए 52 बीघा भूमि के साथ अन्य संपत्तियां भी दान कीं और यह हनुमान मंदिर आज भी फेमस है।