शिमला: खतरनाक पहाड़ों के बीच दुर्गम रास्तों पर माउंटेन बाइकिंग रेस असीम चुनौतियों से भरी होती है। एमबीटी हिमालया माउंटेन बाइकिंग रेस का आयोजन इस साल 24 सितंबर से तीन अक्टूबर तक होगा। इस रेस में बड़ी संख्या में विदेशी प्रतिभागी भी शामिल होंगे। देश की यह अग्रणी माउंटन बाइकिंग रेस अपने अस्तित्व के 12वें साल में प्रवेश कर चुकी है। आयोजकों ने इस साल रेस के मार्ग में परिवर्तन किया है और यह शिमला से शुरू होकर धर्मशाला में खत्म होगी।
पहली बार धर्माशाला का रुख करेगी रैली
हिमालयन स्पोर्ट्स एंड टूरिज्म प्रोमोशन एसोसिएशन (HSTPA) के अध्यक्ष मोहित सूद ने बताया कि यह पहला मौका है, जब यह रेस धर्मशाला रुख कर रही है। यह रेस इस साल ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क की सीमाओं को भी छुएगी। यह नेशनल पार्क कुल्लू जिले में स्थित है और देश के सबसे बड़े नेशनल पार्को में से एक है। इसके अलावा यह रेस बीर-बीलिंग भी जाएगी, जो कांगड़ा घाटी में स्थित है। बीर और बिलिंग को दुनिया भर में पैराग्लाइडिंग के लिए जाना जाता है। यह इटली के लेक कोमो के बाद दुनिया का सबसे अच्छा पैराग्लाइडिंग आकर्षण है और यहां एक बेहतरीन फ्लाइंग साइट है।
650 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे बाइकर्स
इस साल की रेस को आठ चरणों में विभाजित किया गया है। इसके तहत चालक कुल 650 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे और इस दौरान उन्हें 16 हजार मीटर से अधिक का एलिवेशन हासिल करना होगा। एक दिन में औसतन चालक 60 से 90 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे।सूद ने कहा कि रेस के दौरान चालक जंगलों, सकरे पथरीले रास्तों, पत्थरों, कीचड़, बिखरे हुए पत्थरों और गांव की सड़कों से होकर गुजरेंगे। यह रेस गाडागुफार, नरकंडा, लुरी, जालोरी पास, गाडागुशहाएनी, झांझीली, मंडी, बारोट से होते हुए धर्मशाला में समाप्त होगी।
कई शीर्ष बाइकर्स होंगे शामिल
इस बार भी बड़ी संख्या में विदेशी प्रतिभागी शामिल होंगे। इस रेस के बीते संस्करण में दुनिया भर के कई शीर्ष चालकों ने हिस्सा लिया था। इनमें विश्व के नौवें वरीयता प्राप्त पुर्तगाल के लुइस पिंटो, केप इपिक विजेता कैथरीन विलियमसन (ब्रिटेन), नौ बार के जर्मन चैम्पियन रेमंड डीटजेन तथा पुर्तगाल बाइक रेस (बिना रुके 500 किमी) को जीतने वाली पहली महिला सोनिया लोपेज ने हिस्सा लिया था।