कोरोना वायरस के कारण देशभर के धार्मिल स्थलों को 25 मार्च को बंद कर दिया गया था। अब सरकार धार्मिक स्थलों को 8 जून से खोलने की अनुमति दे रही है। जिसके साथ ही देश के तमाम बड़े मंदिरों में तैयारियां शुरू हो गई है। मंदिरों मे साफ-सफाई का काम शुरू हो चुका है। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालु सोशल डिस्टेसिंग का पूरा ख्याल रखें। आइए जानते है कि किस मंदिर में कैसी चल रही है तैयारियां।
वैष्णों देवी मंदिर
जम्मू-कश्मीर के सबसे प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक श्री माता वैष्णो देवी मंदिर में भी तैयारी जोरों से चल रही हैं। सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हिए निशान बनाए जा रहे हैं। घोड़ों और उनके मालिकों का मेडिकल चेकअप किया जा रहा है। इसके साथ ही मंदिर तक जाने वाले रास्ते में पूरी सुरक्षा का ध्यान दिया जा रहा है। इसके साथ ही बोर्ड श्रद्धालुओं के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पर भी विचार कर रहा है और भक्तों पर समयबद्ध तरीके से नजर रखने के लिए जीपीएस आधारित व्यवस्था पर भी गौर किया जा रहा है। वहीं दरवाजों में थर्मल स्कैनर लगाए जा रहे हैं।
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तिरुपति बाला जी
देश के बड़े मंदिरों में से एक आंध्र प्रदेश के तिरुमाला मंदिर को खोलने के लिए काफी विशेष तरीके से व्यवस्थाएं की जा रही हैं। वैसे तो मंदिर 8 जून को खोल दिया जाएगा लेकिन भक्तों के लिए 3 दिन बाद बालाजी का दरबार खुलेगा। पहले 3 दिन ट्रायल के रूप में देखा जाएगा कि टीटीई कर्मचारी और स्थानीय लोग कैसे सोशल डिस्टेसिंग का ख्याल रख रहे हैं कि नहीं। जिसके बाद आधिकारी अगला निर्देश देंगे। इस समय मंदिर में सैनिटाइजेशन का काम जोरों से चल रहा है। इसके साथ ही सोशल डिस्टेसिंग को ध्यान रखते हुए निशान बानए जा रहे हैं। तिरुमाला पर्वत जाने से पहले भक्तों को थर्मल स्क्रीनिंग करानी होगी। इसके साथ ही ऑनलाइन टिकट बुक कराने के बाद ही श्रद्धालुओं को दर्शन करने की अनुमित मिलेगी।
काशी विश्वनाथ मंदिर
भारत का प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने से पहले भक्तों को थर्मल स्क्रीनिंग से होकर गुजरना होगा। इसके बाद सैनिटाइजेशन कराना और मास्क लगाना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही दुनियाभर के श्रद्धालुओं के लिए काशी विश्वनाथ के कपाट खोलने से पहले 4 जून से ई-रुद्राभिषेक की तैयारी शुरू कर दी है। जिसमें भक्त काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट की वेबसाइट में जाकर बुकिंग करा सकता है।
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विन्ध्यवासिनी मंदिर
मिर्जापुर जिले में स्थापित मां विंन्ध्याचल देवी के गर्भ ग्रह में आम भक्तों के लिए चरण स्पर्श पर मनाही रहेगी। एक बार में 10 श्रद्धालु अंदर प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए सैनिटाइज किए हाथों के बाद ही प्रवेश पा सकेंगे।
शिरडी साईं मंदिर
शिरडी साईं मंदिर महाराष्ट्र में भी मंदिर खोले जाने की पूरी तैयारी चल रही हैं लेकिन कपाट खोलने को लेकर सरकार की गाइडलाइन का इंतजार है। मंदिर में सैनेटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाएगा। इसके साथ ही प्रति घंटे कितने लोग दर्शन कर सकते हैं इसके लेकर विचार विमर्श किया जा रहा है।
जगन्नाथ पुरी
उड़िसा के जगन्नाथ मंदिर के कपाल भी 8 जून को खुल सकते हैं लेकिन यहां भगवान के दर्शन जून के अंत तक ही हो पाएंगे। दरअसल 5 जून से पूर्णिमा उत्सव शुरू हो रहा है जिसके कारण भगवान बीमार होकर क्वारंटाइन हो जाएंगे जिसके बाद वह सीधे 23 जून को रथयात्रा के दौरान अपनी मौसी के घर जाएंगे जिसके बाद वहां से 9 दिन बाद लौंटेगे। जिसके बाद ही भगवान के दर्शन हो पाएंगे।
मीनाक्षी मंदिर
तमिलनाडु के मदुरै का मिनाक्षी मंदिर 8 जून नहीं बल्कि 30 जून से खुलेगा, क्योंकि तमिलानाडु सरकार ने लॉकडाउन 30 जून तक कर दिया गया है। इसके साथ ही लॉकडाउन खुलने के बाद 1 घंटे में करीब 200 भक्तों को दर्शन करने की अनुमति होगी। मंदिर परिसर में आएं श्रद्धालुओं को मास्क और हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना अनिवार्य है।
सोमनाथ मंदिर
गुजरात में स्थित सोमनाथ मंदिर के कपाट भी 8 जून से खोल दिए जाएंगे। मंदिर के मैनेजर विजयसिंह चावड़ा के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाना अनिवार्य है। इसके साथ ही भक्तगगण घंटियां नहीं बजा पाएंगे।