हम दोपहर होते होते धोर्ड़ो पहुंचे। बहुत भूख लगी थी तो सीधे डाइनिंग हॉल मे पहुंच गए। यहां का इंतज़ाम बहुत अच्छा है सब कुछ परफेक्ट। चेक इन से लेकर खाने पीने और रण में जाने की व्यवस्था तक सब कुछ परफेक्ट। शाम को रण उत्सव का शुभारम्भ माननीय मुख्यमंत्री श्री विजय भाई रुपानी के हाथों एक रंगारंग कार्यक्रम के साथ हुआ। हम सब ऊंट गाड़ी पर बैठ कर रण मे पहुंचे। दूर तक फैला रण बहुत सुंदर दिखता है। रात में जब पूर्णिमा का चांद रोशनी से सारे रण को जगमगा देगा तब सैलानी इस अद्भुत नज़ारे को देखने रंण मे आएंगे जिसकी व्यवस्था पहले से ही की गई है।