जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने का भारत भर में जश्न मनाया जा रहा है। देश भर में कश्मीर को लेकर चर्चा है, अब वहां स्थायित्व आएगा तो आम जनता भी वहां घूमने जा सकेगी। अगर आप भी कश्मीर की खूबसूरती और एडवेंचर से अंजान हैं और इस बार कश्मीर घूमने Travel का प्लान बना लीजिए। इस जन्नत की सैर करने के बाद आप इसे भूल नहीं पाएंगे और बार बार जाना चाहेंगे।
लेकिन कश्मीर घूमने से पहले उसके कुछ एडवेंचर स्थलों के बारे में जानना जरूरी है। मसलन कश्मीर की जन्नत सरीखी खूबसूरती निहारने के साथ साथ कुछ ऐसे एडवेंचर भी हैं जो आपके वेकेशन को जबरदस्त बना देंगे औऱ ताउम्र के लिए आपको रोमांच से भर देंगे।
आइए बात करते हैं कि कश्मीर के चादर ट्रेक की। कश्मीर में केवल घाटियां खूबसूरत नहीं हैं, वहां जाएं तो चादर लेक ट्रेक का एडवेंचर जरूर कीजिएगा। चादर ट्रेक कश्मीर के पूर्वी भाग में स्थित है और इसका अपना रोमांच और मजा है। सर्दियों में जंस्कार नदी पूरी तरह जम जाती है और जंस्कार घाटी में इसी बर्फीली नदी पर साहसिक सैलानी दुर्गम ट्रेकिंग करते हैं। हालांकि गर्मियों में आने वाले पर्यटकों को भी जंस्कार नदी निराश नहीं करती और यहां शानदार रिवर रॉफ्टिंग होती है।
दरअसल घाटी का नाम जंस्कार और वहां दो भागों में बहने वाली नदी का नाम भी जंस्कार है। ये नदी लेह और जांस्कर घाटी को आपस में जोड़ती है। जब भयंकर सर्दियों के दौरान यह नदी जम जाती है, तो कुदरती तौर पर वहां एक आने-जाने का एक रास्ता उभर कर सामने आ जाता है। इसी रास्ते पर कभी नदी की बर्फ पर तो कभी घाटी के सहारे आस पास के लोग लेह से जांस्कर तक का सफर तय करते हैं। दोनों तरफ का बिजनेस भी इसी रूट पर होता है। ये बेहद दुरूह है और बहुत शानदार और रोमांचक।
पूरा ट्रेकिंग रूट लगभग 105 किलोमीटर का है और सर्दियों में पर्यटक एक दिन में 17 से 20 किलोमीटर की दूरी तय करते हैं औऱ रातें वहीं बिताई जाती हैं। आपको रोमांच का शौक है तो जनवरी और फरवरी में कश्मीर चले जाइए। यहां घाटी का तापमान 30 से 40 डिग्री नीचे चला जाता है और नदी एक कांच की तरह दिखने लगती है।
ये भी जरूर पढ़ लीजिए -
मानसून में अगर आप भारत के इन 5 वाटरफॉल्स की नहीं की सैर, तो आपका घूमना है बेकार
Travel: Nature से है प्यार तो उत्तराखंड के धनौल्टी के इन जगहों पर जाना न भूलें