कोरोना प्रकोप की दूसरी लहर ने एक बार फिर से पर्यटन की गाड़ी पर ब्रेक लगा दिया था। लोग अपने घरों में कैद थे और पर्यटन ठप्प पड़ा था। लेकिन लॉकडाउन खत्म होने के कुछ दिनों बाद एक बार फिर पर्यटन सैलानियों से गुलजार हो रहा है। हिमाचल की खूबसूरत वादियां सैलानियों का स्वागत करने के लिए इंतजार कर रही थीं। अब उनका ये इंतजार खुशियों में बदल चुका है। हिमाचल के मशहूर टूरिस्ट स्पॉट शिमला से लेकर मनाली में मानों सैलानियों की बाढ़ सी आ गई है।
कोरोना के दूसरी लहर का प्रकोप कुछ कम होते ही सैलानी अब टूरिस्ट प्लेस की ओर रुख कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के पर्यटन विभाग के निदेश और पर्यटन विकास निगम के एमडी अमित कश्यप के जानकारी दी कि 31 मई तक 13 लाख 66 हजार 848 सैलानी हिमाचल पहुंचे। इनमें विदेशी मेहमानों की संख्या 2515 है।
इसके साथ ही इन्होंने बताया कि हिमाचल के होटलों में वीकेंड पर 50 फीसदी से ज्यादा ऑक्यूपेसी है जबकि अन्य दिनों में 30 से 35 फीसदी ऑक्यूपेसी है। वीकेंड पर सैलानियों की संख्या बढ़ने से शनिवार रात शिमला में अधिकतर होटल फुल रहे। जिसकी वजह से कई पर्यटकों को होटल में ठहरने के लिए कमरा नहीं मिला और उन्हें गाड़ियों में ही जैसे तैसे रात बितानी पड़ी।
सैलानियों का हुजूम ना केवल शिमला और मनाली में देखने को मिला बल्कि मैक्लोडगंज, चंबा के डलहौजी, खज्जियार, सोलन के चायल, कसौली में भी पर्यटकों की भीड़ जुटी। उम्मीद जताई जा रही है कि आने वालो दिनों में सैलानियों की संख्या में और भी इजाफा होगा। कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप के हल्का होते ही कोरोना कर्फ्यू हट चुका है। जिसके बाद प्रदेश के बॉर्डरों को बाहरी राज्यों के लोगों के लिए खोल दिया गया है।
पहले किसी भी प्रदेश में दाखिल होने के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट और पंजीकरण अनिवार्य था। लेकिन अब इन शर्तों को हटा दिया गया है जिसके बाद से सैलानी टूरिस्ट प्लेस का रुख कर रहे हैं। शर्तों के हटते ही शनिवार को आए पहले वीकेंड पर प्रदेश में भारी तादाद में सैलानियों के पहुंचने से होटल कारोबारियों के चेहरों पर रौनक है। यहां तक कि सैलानियों ने जुलाई के पहले दो वीकेंड के लिए शिमला के होटलों में एडवांस बुकिंग करनावा शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं अगस्त महीने के लिए भी सैलानियों ने प्लानिंग करना शुरू कर दिया है।