श्री संकटमोचन मंदिर, वाराणसी
इस मंदिर की ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी की यह मूर्ति गोस्वामी तुलसीदासजी के तप एवं पुण्य से प्रकट हुई है। इस मूर्ति में हनुमान जी दाएं हाथ में भक्तों को अभयदान कर रहे हैं और बायां हाथ उनके ह्रदय पर रखा है। हर बार कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी के दिन सूर्योदय के समय हनुमान जी की यहां विशेष आरती होती है। श्री संकटमोचन हनुमान मंदिर के पास ही भगवान श्री नृसिंह का मंदिर भी है।