शिमला: उत्तरी रेलवे के महाप्रबंधक आर के कुलश्रेष्ठ ने आज बताया कि जल्द ही शिमला-कालका रेलमार्ग पर चलने वाली ट्वाय ट्रेन में अतिरिक्त डिब्बे जोड़े जाएंगे और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सुविधाओं में इजाफा किया जाएगा। करीब 112 वर्ष पुराने पर्वतीय रेल पटरी पर चलने वाली ट्वाय ट्रेन को वर्ष 2008 में यूनेस्को का विश्व विरासत स्थल घोषित किया गया था।
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उन्होंने बताया कि छोटी लाइन की बोगियों के पहियों का निर्माण बंद कर दिया गया था, जिसे फिर से शुरू किया जाएगा। पहियों के निर्माण के बाद ट्रेन में अतिरिक्त डिब्बे जोड़े जाएंगे। उन्होंने स्वीकार किया कि रेलमार्ग को विस्तार देने की संभावना नहीं है लेकिन पहले से मौजूद पटरियों को बचाया जाएगा और उसकी स्थिति को बेहतर बनाया जाएगा। साथ ही यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए सुविधाओं में इजाफा किया जाएगा।