नई दिल्ली: 3 बार देश के प्रधानमंत्री रहे और भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया। उन्होंने अपनी आखिरी सांसें दिल्ली के एम्स में लीं। 93 वर्षीय वाजपेयी पिछले 9 हफ्तों से एम्स में भर्ती थे और बुधवार देर रात उनकी हालत बेहद नाजुक हो गई। पिछले 24 घंटे से उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था लेकिन वेंटिलेटर पर दौड़ रही टेढ़ी लकीरें उनका लंबा साथ नहीं दे सकीं। आज वह हमेशा के लिए पंचतत्व में विलीन हो जाएंगे।
अटल जी को कविताओं के साथ-साथ खाने के शौकीन थे। इतना ही नहीं उन्हें कुछ जगहों पर जाने का भी शौक था। उनकी कुछ पसंदीदा जगह थी। जहां पर वह अपनी छुट्टियां बिताना पसंद करते थे। इन पसंदीदा जगहों में से एक था हिमाचल प्रदेश का मनाली, राजस्थान का माउंट आबू और अल्मोड़ा।
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी हिमाचल प्रदेश के मनाली के एक छोटे से गांव प्रीणी गांव उनके लिए बहुत ही खास था। वह अक्सर अपनी छुट्टियां मनाने यहां पर जाते थे। वहां के गांव वालों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता था। लेकिन गांव वाले हर बार अटल बिहारी वाजपेयी का इंतजार करते थे। ('भारत रत्न' अटल जी को कविताओं के अलावा था खाना बनाने का शौक, ये चीजें थी लिस्ट में शामिल )
प्रधानमंत्री के बाद जाते थे जरुर
आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि पूर्व पीएम अटल जी हर बार प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रीणी गांव जरुर जाते थे। यहीं कारण है कि हिमाचल प्रदेश सरकार कांग्रेस की हो या भाजपा की वाजपेयी सभी को एक ही नजर से देखते थे। बीजेपी से संबंध होने के बावजूद वो हिमाचल में कांग्रेस की सरकार को भी बराबर सपोर्ट करते थे।
प्रीणी के बारे में जानें
प्रीणी गांव बहुत ही खूबसूरत क्षेत्र है यह मनाली का एक प्रमुख पर्यटक स्थल भी है। यहां पर्यटकों के लिए करने और देखने के लिए काफी कुछ है। (पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का इन 2 खतरनाक बीमारियों के कारण हुआ निधन, जानें इन रोगों के बारे में सबकुछ )
प्रीणी पर आकर आप राफ्टिंग, ट्रेकिंग, स्कीइंग (सर्दियों में), हॉर्स राइडिंग, माउंटेन बाइंकिंग जैसी चीजें कर सकते हैं। इसके अलावा यहां पर देखने के लिए खूबसूरत स्थान मौजूद हैं जैसे चन्द्रखानी पास, सोलंग वैली, रघुनाथ मंदिर, वशिष्ठ बाथ, ब्यास कुंड, हिंडिम्बा टेंपल आदि।
दिया था मनाली को यह तोहफा
अटल जी ने मनाली के रोहतांग के पास 13 हजार फीट पर बनने वाली टनल के रुप में वहां के लोगों को खास तोहफा दिया। जो कि लाहौल की जनजाति इलाके को स्पीति से जोड़ने में मदद मिलेगी। इस टनल पर काम जारी है और यह टनल अगले साल तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है। इसके बन जाने से पर्यटक पूरे साल लाहौल से स्पीति घाटी तक जा पाएंगे।
माउंट आबू
माउंट आबू रेगिस्तान में अकेला हिल स्टेशन है। जो भारत ही नहीं बल्कि विदेश में भी मशहूर है। यहां पर आप नक्की झील, सनसेट प्वाइंट, टॉड रॉक है। माउंट अबू का मौसम पूरे साल खुशनुमा रहता है। लेकिन यहां पर नवम्बर से मार्च जाने के लिए बेस्ट टाइम है।