लोनावाला
मुंबई और पुणे का प्रवेश द्वार कहे जाने वाला लोनावाला खूबसूरत पहाड़ियों से सजा है। यह पुणे के उत्तर-पश्चिम में समुद्र तल से 625 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। सुंदर पहाड़, झरने और चारों तरफ मानसून में बिखरती हरियाली पर्यटकों को आकर्षित करती है।
जहां देश नहीं वरन विदेशी पर्यटकों को छुट्टियां बिताते हुए देखा जा सकता है। लोनावाला को महाराष्ट्र का स्विटजरलैंड भी कहा जाता है। जिंदगी की भाग-दौड़ से निजात पाने के लिए यहां की शांत जलवायु और स्वच्छ वातावरण काफी है।
लोनावाला संस्कृत के शब्द लोनावली से लिया गया है, जिसका मतलब है 'गुफायें' । लोनावाला में बौद्ध मंदिर, भव्य क़िले और पहाडियों के नज़ारे देखते ही बनते हैं। प्राचीन समय में यह बौद्ध केंद्र था। अभी भी यहां कई प्राचीन बौद्ध मंदिरों को देखा जा सकता है। इन मंदिरों का निर्माण पत्थरों को काट कर किया गया था।
लोनावाल महाराजा छत्रपति शिवाजी के शासन क्षेत्र में आता था। यहाँ छोटा-सा शैलावास तथा 'टाटा जलविद्युत योजना' का मुख्यालय भी है। साथ ही नौसेनिक प्रशिक्षण भी यही दिया जाता है। सैलानियों की भीड़ को यहां साल भर देखा जा सकता है। बुशी डैम लोनावाला का सबसे प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट है। रेवुड पार्क भी घूमा जा सकता है। लोनावाला को 'सहयाद्री का गहना' भी कहा जाता है। जो लंबी पैदल यात्रा और ट्रैकिंग के लिए जाना जाता है।
कैसे पहुंचे
लोनावाला पुणे से 64 किलोमीटर और मुम्बई से 96 किलोमीटर की दूरी पर है। दिल्ली से मुंबई और पुणे हवाई व सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है। वहां से लोनावाला के लिए बस व टैक्सी सेवा मिलती है।
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