चित्तौड़ गढ़ का किला
राजस्थान का गौरव चित्तौडगढ का किला राजस्थान का सबसे बड़े गिरी दुर्गों में से एक हैं। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित यह किला 700 एकड़ में फैला हुआ है। यह किला भारत के राजपूतों का गौरव रहा है। इसका प्राचीन इतिहास इसे राजा भीम से जोड़ता हैं, जिसका प्रमाण वह स्थान हैं जहां भीम के कदम पडते ही एक जलधारा बह निकली थी।
चित्तौडगढ की ऐतिहासिकता उसके किले से पता चलती हैं। किले में अनेक ऐतिहासिक स्मारक, मंदिर और कुडं स्थित हैं। यह किला चारों ओर से एक सुरक्षा प्राचीर से घिरा हुआ हैं। जिसे भेजने के लिए किले में सात दरवाजों को पार करना पडता हैं। इन दरवाजों को पोल कहा जाता हैं।
यहां से कई राजपूत राजाओं ने मुगलों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। जमीन से 500 फुट की ऊंची पहाड़ी पर बना यह किला बेराच नदी के किनारे स्थित है। इस किले की विशेषता इसके मजबूत प्रवेशद्वार, बुर्ज, महल, मंदिर, दुर्ग तथा जलाशय हैं जो राजपूत वास्तुकला के उत्कृष्ट नमूनों में से हैं।