नई दिल्ली: क्रिसमस के मौके में सैंट क्लॉज का इतंजार करना कि वो आएगा और ढ़ेर सारे गिफ्ट देगा, मिठाईयां देगा-यह भले ही एक सपने की तरह है लेकिन सिर्फ बच्चे ही नहीं बड़े लोग भी विश्वास किया करते थे। क्रिसमस ट्री को बेहतरीन तरीके से साजना। यहां तक कि जो आपको गिफ्ट चाहिए होता था वो भी इसमें ही लटका देते थे क्योंकि यह विश ट्री माना जाता था। जो कि सदियों पुरानी परंपरा मानी जाती है लेकिन हाल में हुए एक रिसर्च में चौकाने वाली बात सामने आईं है। इसके अनुसार महज 8 साल की उम्र के दुनियाभर के बच्चे सैंटा क्लॉज में यकीन करना बंद कर देते हैं।
दुनियाभर के 34% वयस्क ही करते है विश्वास
पूरी दुनिया में बच्चे 8 वर्ष की आयु के आसपास सांता क्लाज में विश्वास करना बंद कर देते हैं। यह बात एक अंतरराष्ट्रीय सर्वेक्षण में पता चली है जिसमें यह बात भी सामने आयी कि करीब 34 प्रतिशत वयस्क चाहते हैं कि वे अभी भी ‘फादर क्रिसमस’ में विश्वास करें।
इस अध्ययन से यह भी पता चलता है कि सांता क्लाज में कई बच्चे विश्वास नहीं करते लेकिन कई ऐसे युवा भी हैं जो यह दिखावा करते हैं कि वे सांता क्लाज में विश्वास करते हैं जबकि उन्हें पता है कि उसका कोई अस्तित्व नहीं है।
सांता के बारें में नहीं जानते
ब्रिटेन की ‘यूनिवर्सिटी आफ एक्सेटर’ में मनोविज्ञान के प्रोफेसर क्रिस बोयल ने विश्व में लोगों से पूछा कि वह उन्हें बतायें कि उन्होंने सांता के बारे में अपना मन कैसे बदला है और यह पता चलने पर क्या उनका अपने अभिभावकों पर विश्वास प्रभावित हुआ कि सांता जैसे दिखते हैं वैसे हैं नहीं ।
बोयल को ‘इ एक्सेटर सांता सर्वे’ पर पूरे विश्व से 1200 जवाब मिले। यह अपने तरह का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय अध्ययन था। जवाब देने वालों में अधिकतर वयस्क थे। (प्यार में पहल करने में अब महिलाओं की मदद करेंगे ये ऐप, नंबर 1 में प्रियंका चोपड़ा का 'Bumble app' )
इस अध्ययन से यह पता चलता है कि 34 प्रतिशत लोग चाहते हैं कि वे अभी भी सांता क्लाज में विश्वास करें जबकि 50 प्रतिशत इस बात को लेकर काफी संतुष्ट हैं कि उनका अब इसमें विश्वास नहीं है। अध्ययन के मुताबिक आठ वर्ष की औसत आयु में बच्चे सांता क्लाज में विश्वास करना बंद कर देते हैं। (दिखें ये संकेत, तो समझ लें कि आपको कोई महिला कर रही है नोटिस )
(इनपुट भाषा)