नई दिल्ली: हर साल पूरे देश में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। इस दिन स्टूडेंट्स अपने टीचर्स के लिए कुछ स्पेशल करते है। उनके लिए कोई गिफ्ट या कोई कार्यक्रम रखकर उनका धन्यवाद करते है। जानिए आखिर शिक्षक दिवस मनाया क्यों जाता है। आखिकर इसके पीछे क्या है कारण। जानिए टीचर्स डे का इतिहास (Teacher's Day History)।
क्यों मनाया जाता है शिक्षक दिवस
हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवास मनाया जाता है। इस दिन देश के प्रथम उपराष्ट्रपति तथा दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन है। राधाकृष्णन का नाम पूरी दुनिया में शिक्षाविदों और दार्शनिकों में लिया जाता है। उनका कहना था कि जहां कहीं से भी कुछ सीखने को मिले उसे अपने जीवन में उतार लेना चाहिए। वह पढ़ाने से ज्यादा छात्रों के बौद्धिक विकास पर जोर देने की बात करते थे। वह पढ़ाई के दौरान काफी खुशनुमा माहौल बनाकर रखते थे। आपको बता दें कि राधाकृष्णन को 1954 में बारत रत्न मिला था। (Teachers Day 2018: अपने खास टीचर को देना है कम बजट पर परफेक्ट गिफ्ट, तो ट्राई करें ये आइडिया )
इस दिन शिक्षक दिवस के रुप में मनाने के पीछे के कारण है। इसके अनुसार एक बार कुछ शिष्यों को उनका जन्मदिन मनाने का निश्चय किया। इस बारें में जब उनके अनुमति लेने गए तो राधाकृष्णन ने कहा कि इस दिन मेरा जन्मदिन नहीं बल्कि इसे शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाए। इससे मुझे गर्व महसूस होगा। तब से हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है। पहली बार शिक्षक दिवस 1962 में मनाया गया था।