जब आप पहली बार किसी से प्यार करते हैं तो आपके दिमाक में सिर्फ रोमांटिक बातों के लिए जगह होती है। वास्तविकता से आपका कोई संबंध नहीं रहता है लेकिन एक बार दिल टूटने के बाद जब आप दूसरी बार किसी रिश्ते में प्रवेश करते हैं तो जीवन की सच्चाई से रुबरु हो चूके होते हैं। आप एक व्यावहारिक इंसान बन चूके होते हैं। तथा आपको प्यार फिजूल लगने लगता हैं।
सबसे ज़रुरी बात, आप एक बार चोट खाने के बाद इस बात से वाकिफ रहते हैं कि लाइफ में कुछ भी स्थायी नहीं है। और प्यार तो बिलकुल भी नहीं लोग जब इन भावनाओं से बाहर आ जाते हैं तो उनकी स्थितियों के साथ लोग भी बदलते हैं।