हेल्थ डेस्क: आपने कई बार देखा होगा या फिर आपके साथ ही हुआ होगा कि ब्रेकअप के बाद या फिर नाराज हो जाने पर वो आपको न जाने कितनी कॉल या मैसेज कर देता है या फिर आपके घर के बाहर या फिर आपसे बार-बार बात करने की कोशिश करता है। इस बारें में मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि हो सकता है कि यह 'ऑब्सेसिल लव डिसऑर्डर' का सामना कर रहा है।
वैसे आमतौर पर किसी का पीछा करना, ब्लैकमेल करना, लगातार मैसेज या कॉल करना आदि स्टॉकिंग कहलाता है। लेकिन आपको बता दें कि यह 'ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर' भी हो सकता है। जानें इस डिसऑर्डर के बारें में सबकुछ।
क्या है ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर?
अमरीकी हेल्थ वेबसाइट 'हेल्थलाइन' के मुताबिक, "ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर (OLD) एक तरह की 'साइकोलॉजिकल कंडीशन' है जिसमें लोग किसी एक शख़्स पर असामान्य रूप से मंत्रमुग्ध हो जाते हैं और उन्हें लगता है कि वो उससे प्यार करते हैं। उन्हें ऐसा लगने लगता है कि उस शख़्स पर सिर्फ उनका हक है और उसे भी बदले में उनसे प्यार करना चाहिए। अगर दूसरा शख़्स उनसे प्यार नहीं करता तो वो इसे स्वीकार नहीं कर पाते। वो दूसरे शख़्स और उसकी भावनाओं पर पूरी तरह काबू पाना चाहते हैं। जो कि इस डिसऑर्डर के अंदर आती है। (ब्रेकअप के बाद लाइफ हो गई है बोरिंग, तो इन टिप्स से बदल दें अपनी जिंदगी )
ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर के लक्षण
अब इसके लक्षणों की बात करते है। आपको बता दें कि आखिर कैसे करें इस बीमारी से ग्रसित के बारें में जानकारी।
इस बीमारी से महिला और पुरुष दोनों ही ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर के शिकार हो सकते हैं। (शादी से पहले पार्टनर से जरुर करें ये 3 सवाल, बाद में नहीं पड़ेगा पछताना )
- किसी के ऊपर अधिक आकर्षित होना।
- खुद पर नियंत्रण न हो पाना और उसके बारें में लगातार सोचने लगना।
- सामने वाले के रिजेक्शन को स्वीकार न कर पाना।
- दूसरे की भवनाओं को न समझ कर उसमें काबू करने की कोशिश करना।
- उसके आगे हर तरह के रिश्ते को भूल जाना।
- उसे बार-बार मैसेज या फिर कॉल करना।
- उसका बार-बार सोशल मीडिया स्टॉक करना।
- लगातार उसे ब्लैकमेल करना।
- अपने बात को मनवाने के लिए दवाब बनाना।
क्या कहते है साइकोलॉजिस्ट
इस बारें में साइकोथेरेपिस्ट का कहना है कि इसकी कई वजहें हो सकती हैं।ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर की कोई एक ही वजह हो, ऐसा जरूरी नहीं है। कई बार इसका सम्बन्ध ये दूसरी मानसिक तकलीफों से भी होता है। मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ ऐसी समस्याएं जो ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर की वजह बन सकती हैं।
वहीं दूसरी साइकोथेरेपिस्ट का कहना है कि हम कई बार ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर को बेइंतहां प्यार और दीवानगी समझने की गलती कर बैठते हैं, जबकि ऐसा नहीं होता।उनके मुताबिक ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर से पीड़ित व्यक्ति न सिर्फ हम ख़ुद को नुकसान पहुंचाता है बल्कि दूसरे इंसान को भी मुश्किल में डाल रहा होता है।
पुरुषों पर पड़ता है ज्यादा प्रभाव साइकोथेरेपिस्ट का कहना है कि हमारा सामाजिक ढांचा ऐसा है कि यहां पुरुष अपनी भावनाएं ज़्यादा आसानी से जाहिर कर लेते हैं जबकि महिलाओं के लिए ये आसान नहीं होता। शायद यही वजह है कि पुरुषों का ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर अक्सर गंभीर स्तर पर पहुंच जाता है। वो लड़कियों का पीछा करने, उन्हें धमकाने और ब्लैकमेल तक करने लग जाते हैं। दूसरी तरफ लड़कियां सोशल मीडिया पर स्टॉक करने और ख़ुद को नुकसान पहुंचाने जैसे कदम उठाती हैं।