नई दिल्ली: शादी को लेकर हर इंसान की सोच अलग-अलग होती है। एक उम्र के बाद शादी से जुड़ी कई सवाल हमारे दिमाग में चलती रहती है जैसे हमारा पार्टनर कैसा होगा, कैसे इंसान के साथ पूरी जिंदगी बिताना सही रहेगा? आदि। शादी का ख्याल एक पल के लिए किसी भी इंसान को सोचने पर मजबूर कर देती है। क्योंकि आप एक बार मिलकर किसी इंसान से उसके साथ रहने का फैसला नहीं कर सकती हैं खासकर शादी का फैसला तो बिल्कुल नहीं कर सकती है। शादी करने के लिए सबसे जरूरी चीज होता है विश्वास, एक हद तक विश्वास बनने के बाद ही आप शादी का फैसला लेते हैं।
किसी भी रिलेशन में प्यार के साथ-साथ विश्वास होना बहुत जरूरी है, तभी यह रिश्ता और गहरा हो पाता है। लेकिन अगर आपके रिलेशनशिप में झगड़े होते हैं, तो इसके फायदे बहुत हैं। ऐसा हम नहीं कह रहे शोधकर्ता अमेरिकी लेखक जोसफ ग्रेनी की मानें, तो छोटी-छोटी तकरारों से रिलेशनशिप में आत्मीयता और विश्वास बढ़ता है। इकॉलजिस्ट आरती श्रॉफ भी इस बात को स्वीकार करती हैं। वे कहती हैं कि प्यार में होने वाली बहस इस बात की ओर इशारा करती है कि रिलेशनशिप हेल्दी है। लेकिन ये तकरार सही तरीके से होनी चाहिए। यानी पार्टनर के प्रति रिस्पेक्टफुल रहते हुए अपनी नाराजगी या गुस्सा जाहिर करें।
पॉजिटिव चीजों को न भूलें
लड़ने के लिए बहुत कुछ है। लेकिन इसी में अगर आप पॉजिटीव चीजों को याद करेंगे तो अच्छा होता है। तेज आवाज में बात नहीं करेगा और पुरानी बातों को नए झगड़े में शामिल नहीं किया जाएगा। जब हम लड़ते हैं, तो हम ये नहीं भूलते कि हमने अपने रिलेशनशिप में कितनी सारी पॉजिटिव चीजें अचीव की हैं।एक्सपर्ट व्यू: सायकोथेरपिस्ट विशाल अपने पार्टनर के पॉइंट ऑफ व्यू को सुनने के फायदे बताते हुए कहते हैं कि आपको इस बात को समझना चाहिए कि आपका पार्टनर आपसे कहना क्या चाहता है। उसकी गलतियों को ढूंढ़कर उससे झगड़ा करने के बजाय इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि कैसे समस्या को हल किया जा सकता है।
अपनी जिम्मेदारी समझें
अपनी गलतियों को स्वीकारने की जिम्मेदारी है। नाम लेकर आरोप लगाना और सामान इधर-उधर फेंकना इस बात की ओर इशारा करता है कि आप अपने पार्टनर का रिस्पेक्ट नहीं करते हैं।