एक ऐसा तानाशाह जिससे उसका देश ही नहीं पड़ोसी मुल्क भी डरते औऱ खीजते हैं। इस तानाशाह के राज में कोई बाहरी परिंदा उस मुल्क की सीमा में पंख भी नहीं मार सकता। जी हां बात हो रही है आमतौर पर सनकी कहे जाने वाले रॉकेट मैन और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की।
किम के बारे में ज्यादा जानकारी किसी के पास नहीं है लेकिन ग्रह औऱ तारे किसी की भी पोल खोल सकते हैं। दुनिया के लिए पहेली बने इस सनकी तानाशाह का अगले साल क्या होगा, किम की जन्मपत्रिका और उसके नक्षत्रों का आकलन करके ज्योतिष शास्त्री और आचार्य इंदु प्रकाश उनके अगले साल का भविष्य बता रहे हैं।
इंदु प्रकाश कहते हैं कि किम जोंग उन के लिए वर्ष 2022 के अप्रैल का महीना कई मामलों में निर्णायक साबित होगा। मूलांक आठ और भाग्यांक चार वाले किम जोंग उन के लिये मूलांक चार वाले वर्ष का चौथा और आँठवा दोनों ही महीनों में सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
खासकर अप्रैल किम के लिए ज्यादा संवेदनशील और खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि अप्रैल 2022 में शनि की महादशा में सूर्य की अन्तर्दशा होगी ये दोनों पिता पुत्र है और दोनों एक दूसरे के शत्रु है और उन की पत्रिका में सूर्य बारहवें घर का यानि व्यय का स्वामी है जो किम को व्यय कराने की कोशिश करेगा यह शुभ नहीं है ।
अगस्त के महीने में शनि की महादशा चंद्रमा की अन्तर्दशा है | चंद्रमा अकारक है शत्रु स्थान पर बैठा है और जन्मपत्रिका में चार दस का संबंध है जो राज्य से संबंध रखता है। साथ ही 29 अप्रैल से शासक किम जोंग उन की शनि की साढ़ेसाती की दूसरी ढइया भी शुरू हो जायेगी | रोग और शत्रु के स्थान पर बैठा हुआ शनि उन के शत्रुओं को बढ़ावा दे सकता है।
इस भविष्यवाणी को देखा जाए तो अमेरिका के साथ किम जोंग का तल्ख होता रिश्ता उनके लिए निर्णायक तौर पर भारी पड़ सकता है। हो सकता है कि किम अपनी जनता की कमाई फिर हथियारों के परीक्षण पर या किसी रॉकेट को बनाने में लगा दें और व्यय का ये योग कतई शुभ नहीं माना जा रहा है।
अप्रैल माह में रोग और बीमारी का अंदेशा जताया गया है। कुछ दिन पहले आ रही खबरों के मुताबिक किम जोंग उन किसी अज्ञात बीमारी से ग्रस्त हैं और पिछले दो माह में उनका 20 से ज्यादा किलो वजन घट गया है।
अगस्त में किम की साढ़ेसाती की दूसरी ढैया शुरू हो जाएगी और चंद्रमा शत्रु स्थान पर बैठा होने के कारण उनके राज पाठ को खतरा हो सकता है। पिछले कुछ समय से आ रही खबरों के मुताबिक किम की बीमारी के बाद उनकी बहन को देश में दूसरे सबसे बड़े लीडर के पद पर तैनात किया गया है और हो सकता है कि बहन से ही किम को कड़ी टक्कर मिले और उनका राजपाट जाता रहे।
यानी कुल मिलाकर देखा जाए तो उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के लिए अगला साल चुनौती भरा ही नहीं काफी संवेदनशील भी रहेगा।