वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे उत्तर-पश्चिम दिशा में शौचालय बनवाने के बारे में। अगर उत्तर-पश्चिम दिशा में शौचालय का निर्माण करेंगे तो क्या होगा? प्राचीन वास्तुशास्त्र में उत्तर-पश्चिम दिशा को दही मथने, औषधियों और भोज्य पदार्थों के रखे जाने के लिए और रति गृह के लिए इस दिशा को निर्देशित किया गया है।
व्यवहार में यह देखा गया है कि घर की उत्तर-पश्चिम दिशा में गड्ढ़ा करने के बहुत शुभ परिणाम देखने में नहीं आते। इस दिशा में गड्ढा करने से गृह स्वामी पर ऋण का भारी बोझ हो जाता है और कई बार तो प्रॉपर्टी नीलाम होने की नौबत आ जाती है, लेकिन ध्यान रहे कि गड्ढ़ा बनाने के लिये बुरी माने जाने वाली दिशाओं में उत्तर-पश्चिम दिशा तीसरी दिशा है। सबसे बुरी दिशा है- दक्षिण- पश्चिम। दूसरी बुरी दिशा है दक्षिण-पूर्व और तीसरी बुरी दिशा है उत्तर-पश्चिम, लेकिन कुछ सावधानियों के साथ उत्तर-पश्चिम दिशा में शौचालय बनाया जा सकता है तो किन सावधानियों को अपनाकर आप उत्तर-पश्चिम दिशा में शौचालय बना सकते हैं।
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