सनातन धर्म और ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को वृष राशि और तुला राशि का स्वामी माना गया है जिसे ऐश्नर्य और सुख-समृद्धि देने वाला ग्रह कहा जाता है। जिनकी कुंडली में शुक्र उच्च स्थिति में होता उन्हें कभी भी शारीरिक और मानसिक रूप से कष्ट नहीं होता और ऐसे लोगो को कभी धन और वैभव की कमी नहीं होता। वहीं जिनकी कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर होता है वहां आकर्षण खत्म हो जाता है, धन की कमी होने लगती है और विवाहित जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं शुक्र कमजोर होने से शारीरिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है।
जानिए कमजोर शुक्र के लक्षण -
- आकर्षण कम होना, चेहरे पर चमक कम होना
- आंखों की रोशनी कम होना
- आर्थिक स्थिति खराब होना
- विवाह में अड़चनें आना।
- जीवनसाथी के साथ कलह होना।
- जीवन में दरिद्रता का आगमन होना
- वैवाहिक सुख कम हो जाना।
- चरित्र खराब होने के संकेत मिलना।
- धन की कमी के साथ साथ कर्जा चढ़ना।
शुक्र को कुछ ज्योतिषीय उपायों के जरिए मजबूत किया जा सकता है। चलिए जानते हैं शुक्र को मजबूत करने के उपाय -
- सफेद चीजें जैसे चंदन, चावल,वस्त्र, फूल, चांदी, घी, दही, शक्कर आदि को कन्या को दान करना चाहिए। इससे शुक्र मजबूत होता है।
- शक्रवार का व्रत करें।
- शुक्रवार के दिन चींटियों को आटा खिलाएं।
- ऊं शुं शुक्राय नम: या ऊं द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः आदि मंत्र का जाप करें।
- शुक्र को प्रबल करने के लिए हीरा, पुखराज या जरकन रत्न पहन सकते हैं।
- शुक्र ग्रह को सफेद रंग अत्यधिक प्रिय है। इसलिए सफेद रंग की चीजों का दान करना चाहिए।
- पानी में इचायची डालकर स्नान करें। इससे भी शुक्र मजबूत होगा।
- शुक्र को मजबूत करने के लिए चीनी, चावल, दूध, दही और घी से बने पदार्थ खाना चाहिए।
- शुक्र को प्रबल बनाने के लिए सफेद कपड़े पहनने चाहिए।
डिस्क्लेमर - ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।