सभी 9 ग्रह एक निश्चित समय पर एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं, इन ग्रहों के राशि परिवर्तन से सभी राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। 23 मई को रात 08.39 बजे शुक्र मीन राशि से निकल कर मेष राशि में प्रवेश कर चुके हैं। ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को भौतिक सुख, विलासिता पूर्ण जीवन, रोमांस, ग्लैमर आदि का कारक ग्रह माना जाता है। शुक्र को रचनात्मकता और रोमांस का ग्रह माना जाता है। यह जातक के जीवन विलासिता की स्थिति लेकर आता है। यह जातक के जीवन में प्रेम संबंधों को प्रभावित करता है। शुक्र को विवाह के लिए प्रमुख ग्रहों में से एक माना जाता है। लेकिन शुक्र के मेष राशि में प्रवेश करने से तीन राशियों पर अच्छा प्रभाव नहीं पड़ेगा, एस्ट्रो फ्रेंड चिराग बेजान दारूवाला से जानते हैं वो तीन राशियां कौन सी हैं।
वृषभ राशि
राशि चक्र के बारहवें भाव में शुक्र के गोचर का अशुभ प्रभाव व्यक्ति के स्वास्थ्य में समस्या पैदा कर सकता है। यात्रा करने से देश को लाभ होगा। घुमना अधिक महंगा पड़ शकता है । परिवार और दोस्तों से अच्छी खबर मिलने की बेहतर संभावना है। यदि आप अपना घर या वाहन बेचने की सोच रहे हैं तो समय अनुकूल है। कोर्ट के मामले का निपटाना ही समझदारी है।
कन्या राशि
शुक्र के अष्टम भाव में गोचर के मिले-जुले परिणाम होंगे। अपने लोगों को नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे। पक्षों के बीच विवादों और अदालत से संबंधित अन्य मामलों को सुलझाया जाना चाहिए। पैतृक संपत्ति बेचने से बचें। नहीं तो आर्थिक नुकसान होने की संभावना है। किसी को ऋण के रूप में अधिक धन उधार न दें, क्योंकि या तो आप धन खो देंगे या यह समय पर प्राप्त नहीं होगा। इन सबके बावजूद नौकरी की प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
वृश्चिक राशि
राशि के छठे भाव में गोचर करते समय शुक्र को कई उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ेगा। यदि आप घर या वाहन के लिए बड़ा ऋण लेना चाहते हैं तो यह समय ठीक नहीं है। आपके शत्रु आपको शर्मिंदा करने का कोई मौका नहीं छोड़ेंगे। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। विदेशी नागरिकता या सेवा भी सफल होगी। परीक्षा में उच्च अंक प्राप्त करने के लिए, छात्रों को अधिक मेहनत करने की आवश्यकता होगी।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में व्यक्त विचार लेखक के हैं। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता। )
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