Highlights
- आज है सावन शिवरात्री
- भगवान शिव की पूजा का मिलता है विशेष फल
- लेकिन ये चीजें हैं पूजा में वर्जित
Sawan Shivratri 2022: शिवभक्त पूरे साल सावन के महीने का इंतजार करते हैं। क्योंकि इसी महीने में वह अपने आराध्य देव को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। इन दिनों सावन का पावन माह चल रहा है। आज यानी 26 जुलाई मंगलवार को सावन की शिवरात्रि है। इसलिए यह दिन और भी विशेष हो जाता है। सावन की शिवरात्रि पर जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने का विशेष महत्व है। मंदिरों में बम-बम बोले के जयकारे सुनाई दे रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज के दिन भोले बाबा को ये 5 चीजें भूलकर भी नहीं चढ़ानी चाहिए। जानिए कौन सी हैं वो 5 चीजें...
काला तिल है वर्जित
भगवान शिव की पूजा में वर्जित वस्तुओं में काला तिल भी शामिल है। ऐसी मान्यता है कि तिल या तिल जैसी वस्तु का उद्भव भगवान विष्णु के मैल से हुआ है। बस यही वजह है कि भोलेनाथ को तिल अर्पण नहीं करते।
भूलकर भी ना चढ़ाएं तुलसी पत्र और मंजरी
भगवान शिव की पूजा में जो चीजें वर्जित हैं उनमें से एक तुलसी पत्र और मंजरी भी है। इसके पीछे की वजह यह है कि तुलसी से खुद भगवान विष्णु ने विवाह किया है, वह विष्णु की पत्नी हैं इसलिए शिव उन्हें अपनी मां का दर्जा देते हैं। इसलिए तुलसी से शिव जी की पूजा नहीं की जाती है।
शिव को अर्पित ना करें हल्दी
वैसे तो हल्दी हर पूजा में शुभ मानी जाती है, बिना हल्दी के पूजा पूरी नहीं होती लेकिन भगवान शिव को हल्दी नहीं चढ़ाई जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पुराणों के अनुसार, हल्दी का संबंध भगवान विष्णु और सौभाग्य से है, इसलिए यह भगवान शिव को अर्पित नहीं की जाती। ऐसा करने पर पूजा करने वाले को नुकसान हो सकता है, ऐसा करने वाले जातक की कुंडली में चंद्रमा कमजोर होने लगता है।
तांबे के बर्तन से ना चढ़ाएं दूध
पूजा करते समय हम ध्यान रखते हैं कि सारे बर्तन तांबे के हों तो अच्छा होगा। लेकिन ऐसा नहीं है, जहां भगवान शिव को जल चढ़ाते इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि बर्तन तांबे का ही हो, वहीं दूध चढ़ाते हुए नियम बदल जाते हैं। आपको बता दें कि शिवलिंग पर दूध चांदी या पीतल के बर्तन से चढ़ाया जाता है।
ना करें उबले दूध से अभिषेक
क्योंकि आज शिवरात्रि है तो मंदिरों के साथ ही घर-घर में रुद्राभिषेक किया जाता है। लेकिन भोले के भक्तों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अभिषेक करने के लिए जो दूध लिया जाए वह उबला हुआ न हो। उबले हुए दूध से शिवलिंग का अभिषेक कभी भी ना करें। भोलेनाथ को ठंडी वस्तुएं पसंद हैं, इसलिए सदैव ठंडे जल और कच्चे दूध से शिवलिंग का अभिषेक करें।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।
इन्हें भी पढ़ें-