Highlights
- आज के दिन केतु के मूल मंत्र का जाप करें
- आज के दिन माता लक्ष्मी की उपासना करें
Ravivar ke Upay: आज श्रवण शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि और रविवार का दिन है। तृतीया तिथि आज का पूरा दिन पार कर के कल भोर 4 बजकर 19 मिनट तक रहेगी। आज शाम 7 बजकर 1 मिनट तक व्यतीपात योग रहेगा। इस योग में कोई भी कार्य करने से हानि ही होती है और भारी नुकसान भी उठाना पढ़ सकता है। इस योग के दौरान यदि आप किसी का भला करना भी चाहेंगे तो उसका बुरा ही होगा। साथ ही आज दोपहर 2 बजकर 20 मिनट तक मघा नक्षत्र रहेगा, उसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र लग जायेगा।
साथ ही आज दोपहर 2 बजकर 20 मिनट तक मघा नक्षत्र रहेगा, उसके बाद पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र लग जायेगा। आकाशमंडल में स्थित 27 नक्षत्रों में से पूर्वाफाल्गुनी ग्यारहवां नक्षत्र है। इस नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह चारपाई की आगे वाली दो टांगों को माना जाता है, यानी जिस तरफ सिरहाना होता है, वो हिस्सा पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह है। इस नक्षत्र की राशि सिंह है, जबकि इसके स्वामी शुक्राचार्य हैं। साथ ही ढाक, जिसे पलाश भी कहते हैं, उसके साथ पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का संबंध बताया गया है। जिस भी नक्षत्र में किसी व्यक्ति का जन्म हुआ हो, उस नक्षत्र के पड़ने पर उससे संबंधित पेड़-पौधों या जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल उस व्यक्ति को नहीं करना चाहिए। जिन लोगों का जन्म पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में हुआ हो उन लोगों को आज ढाक या पलाश के वृक्ष को किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंचानी चाहिए और साथ ही उसकी लकड़ियों, फूलों या उससे बनी किसी अन्य चीज़ को यूज़ में नहीं लेना चाहिए। इसके बजाय पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में जन्मे लोगों को आज ढाक या पलाश के पेड़ को नमस्कार करना चाहिए और उसकी पूजा करनी चाहिए।
इन उपायों को करने से मिल सकता है मनोवांछित फल
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- अगर आपके परिवार के सदस्यों के बीच आपसी मतभेद होते रहते हैं, जिससे घर का माहौल भी अशांत रहता है, तो आज के दिन पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में एक मिट्टी का दिया लें और उसमें चार कपूर की टिकियां रखकर जलाएं। अब उस दिये से पूरे घर में धूप दिखाएं और बाद में उसे अपने घर के मन्दिर में रख दें, बुझाएं नहीं।
- अगर आपके जीवनसाथी का ध्यान अब आपके ऊपर ज्यादा नहीं रहता और रिश्तों में प्यार पहले की अपेक्षा कम हो गया है, तो आज के दिन पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में शाम को दिन ढलने के बाद शुक्राचार्य के इस मंत्र का 11 बार जाप करें। मंत्र है- ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:
- अगर आप राजनीतिक या सामाजिक क्षेत्र में अपने पैर जमाना चाहते हैं तो आज के दिन पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में एक खाली मटका लें, लेकिन ध्यान रहे कि मटके पर ढक्कन लगा होना चाहिए। अब ढक्कन गिर न जाये, इसके लिये किसी कपड़े या धागे की सहायता से उस ढक्कन को मटके से अच्छे से बांध दें और मन ही मन अपने ईष्ट देव का ध्यान करते हुए, उस मटके को बहते जल में प्रवाहित कर दें।
- अगर आप जीवन में खुशियों का संचार बढ़ाना चाहते हैं, जिससे पारिवारिक रिश्तों में भी प्यार बना रहे, तो इसके लिये आज के दिन केतु के मूल मंत्र का जाप करें। मंत्र इस प्रकार है- ‘ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: केतवे नम:
- अगर आप अपने जीवन में हर काम की बेहतरी के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये आज के दिन आपको ढाक या पलाश के वृक्ष की उपासना करनी चाहिए। अगर आस-पास कहीं वृक्ष उपलब्ध हो तो उसकी जड़ में जल भी डालना चाहिए। साथ ही इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप आज के दिन ढाक या पलाश के वृक्ष को किसी प्रकार की क्षति न पहुंचाएं और उससे संबंधित चीज़ों का उपयोग करने से बचें।
- इससे आपको शुभ फल मिलेंगे, लेकिन अगर आपको आस-पास कहीं ढाक या पलाश का वृक्ष न मिले तो आप वृक्ष की फोटो डाउनलोड करके उसको अपने पास संजोकर रखें और प्रणाम करें ।
- अगर आपके घर में पैसों का आवागमन कुछ समय से कम हो गया है, तो अपने घर-परिवार में पैसों का आवागमन फिर से बढ़ाने के लिये आज के दिन माता लक्ष्मी की उपासना करें और उनके मंत्र का जाप करें । माता महालक्ष्मी का मंत्र इस प्रकार है-ॐश्रींह्रींश्रींकमलेकमलालयेप्रसीदप्रसीदश्रींह्रींश्रींमहालक्ष्म्यैनमः
- आज के दिन इस मंत्र का जाप करने से माता की कृपा से आपके घर में फिर से पैसों का आवागमन होने लगेगा, लेकिन अगर आपको यह मंत्र बोलने में दिक्कत आये तो आप केवल “श्रींह्रींश्रीं’मंत्र का जाप भी कर सकते हैं । क्योंकि लक्ष्मी का एकाक्षरी मंत्र तो “श्रीं”ही है। महालक्ष्मी के मंत्र के जप के लिये स्फटिक की माला को सर्वोत्तम कहा गया है। कमगट्टे की माला को भी उत्तम बताया गया है, लेकिन ये दोनों न होने पर आप रूद्राक्ष की माला पर भी जप कर सकते हैं ।
- अगर आपके व्यापार में मंदी चल रही है और आप अपने काम को आगे नहीं बढ़ा पा रहे हैं तो आज के दिन एक मिट्टी का बर्तन लें और उसमें शहद भरकर, उस पर ढक्कन लगाकर घर के उत्तर-पश्चिम कोने में रख दें और आज पूरा दिन रख दें। अगले दिन उस शहद से भरे मिट्टी के बर्तन को मन ही मन अपने व्यापार की बढ़ोतरी के लिये प्रार्थना करते हुए किसी एकांत स्थान पर छोड़ दें ।
- अगर आप धन-धान्य और भौतिक सुखों की बढ़ोतरी चहाते है तो आज एक पलाश का फूल और साथ ही एक एकाक्षी नारियल लें। अगर आपको पलाश का ताजा फूल न मिले तो आप पंसारी के यहां से सूखा हुआ पलाश का फूल भी ला सकते हैं। वो आपको आसानी से मिल जायेगा। अब उस पलाश के फूल और एकाक्षी नारियल को एक सफेद रंग के कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में या आप घर में जिस स्थान पर धन रखते हैं, वहां पर रख दें ।
- अगर आप अपने जीवन के हर क्षेत्र में तरक्की पाना चाहते हैं, तो आज के दिन किसी कुम्हार या कृषक या जो मिट्टी से जुड़ा कोई कार्य करता हो, उसे एक सफेद रंग का कपड़ा गिफ्ट करें। अगर कपड़ा गिफ्ट करने में समर्थ न हो, तो दही से बनी कोई चीज़ उन्हें खिलाएं ।
- अगर आपकी तबीयत कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रही है, तो अपनी तबीयत में सुधार के लिये या अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिये आज के दिन ज्वार के आटे की रोटी बनाकर गाय को खिलाएं और पैर छूकर आशीर्वाद लें । लेकिन अगर आप ज्वार के आटे की रोटी न बना पाएं तो ज्वार का आटा या साबुत ज्वार के दाने किसी मन्दिर में दान कर दें ।
- अगर आप अपने दाम्पत्य जीवन को खुशहाल बनाये रखना चाहते हो तो आज के दिन कोई दो अच्छी-सी खुशबू वाले इत्र की शीशी खरीदें और उसमें से एक शीशी को किसी मन्दिर में दान कर दें और दूसरी शीशी को अपने जीवनसाथी को गिफ्ट कर दें।
- अगर आप अपने सुख-सौभाग्य की वृद्धि चाहते है तो आज गाय का शुद्ध देसी घी और एक कपूर की डिब्बी मन्दिर में दान करें। साथ ही मन्दिर जाकर उस कपूर की डिब्बी में से एक कपूर की टिकिया निकालकर अपने हाथों से जलाएं और भगवान की आरती करें।
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(डिस्क्लेमर: इस लेख में व्यक्त विचार लेखक के हैं। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता। )