हिंदू पंचाग के अनुसार इस बार 11 अगस्त 2022 को रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा। ऐसे में आपको शुभ मुहूर्त में ही राखी बांदी होगी। यदि भद्रा काल का समय शुरू हो गया तो इसे अशुभ माना जाता है। इसलिए पहले ही शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।
रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त
आयुष्मान योग: सुबह से दोपहर 03:32 बजे तक
प्रदोष मुहूर्त: रात्रि 08:51 बजे से 09:13 बजे तक
रक्षाबंधन के दिन भद्रा का समय
भद्रा पुंछ- शाम 5 बजकर 17 मिनट से 6 बजकर 18 मिनट तक
भद्रा मुख- शाम 6 बजकर 18 मिनट से 8 बजे तक
भद्रा समाप्ति- रात 8 बजकर 51 मिनट पर
भद्रा काल में नहीं बांधनी चाहिए राखी
हिंदू धर्म के अनुसार भद्रा काल को अशुभ माना जाता है। इस दौरान किए जाने वाले शुभ कामों का फल भी अशुभ ही होता है। इस काल में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाना चाहिए। ऐसे में भूलकर भी बहने इस काल में अपने भाईयों को न टीका करें और नाही राखी बांधे। कथा के अनुसार रावण ने भी अपनी बहन से भद्रा काल में राखी बंधवाई थी। जिसके चलते महज़ एक साल के अंदर रावण का अंत हो गया था।
डिस्क्लेमर - ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।
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