Pukhraj Stone: पुखराज को पीला नीलम भी कहते हैं, यह बृहस्पति ग्रह का रत्न होता है। जिन लोगों की कुंडली में गुरु शुभ स्थिति में होता है उसके लिए पुखराज पहनना बहुत फलदायी होता है। पुखराज पहनने से धन-संपत्ति, शिक्षा और करियर में वृद्धि होती है और मान-सम्मान भी मिलता है। आमतौर पर लोग सोचते हैं कि पुखराज कोई भी धारण कर सकता हैं। लेकिन बिल्कुल ऐसा नहीं है जिस तरह पुखराज धारण करने से सुख-समृद्धि मिलती हैं। वहीं कई लोगों के लिए यह हानिकारक साबित हो सकता है। धनहानि के साथ कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हर राशि एक विशेष रत्न से बंधी होती है, अगर सही रत्न पहने तो आंतरिक शक्ति अनलॉक हो जाती है और दिमाग और शरीर को लाभ होता है। पुखराज में उपचार, और सुरक्षा जैसे गुण होते हैं। लेकिन हर कोई ये रत्न नहीं धारण कर सकता है। आइए आपको बताते हैं कि वो कौन लोग हैं जिन्हें पुखराज पहनना चाहिए।
धनु राशि के लोग प्रेरित, मेहनती और साहसी होते हैं। यह स्पष्ट ऊर्जा उनके नियम बृहस्पति ग्रह से ली गई है। धनु राशि के लोग चतुर होते हैं और उनमें अत्यधिक उत्पादक होने की क्षमता होती है, लेकिन उनमें इन गुणों की अधिकता उनके लिए कई समस्याएं पैदा कर सकती है। बृहस्पति का प्रतिनिधित्व करने वाला पत्थर पीला नीलम / पुखराज है जो उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने की उनकी क्षमता को बढ़ाता है। माना जाता है कि उनका कीमती पत्थर, पुखराज धनु राशि के लोगों के लिए समृद्धि और शांति लाता है। यह उन्हें सकारात्मक और हंसमुख रहने में भी सहायता करता है। यह उन्हें ईमानदार, सकारात्मक और बुद्धिमान बने रहने में भी मदद करता है।
धनु राशि
मीन राशि
मीन राशि का स्वामी बृहस्पति है। मीन राशि में जन्म लेने वाले लोग अपने आध्यात्मिक और मानसिक झुकाव में विस्मयकारी होते हैं। वे हमेशा हर समय सक्रिय रहते हैं और बेहद बुद्धिमान होते हैं। एक अच्छा पीला नीलम / पुखराज उनकी आध्यात्मिक और भौतिक जरूरतों को पूरा करता है और उन्हें आत्म-साक्षात्कार की भावना महसूस करने में मदद करता है। यह उन लोगों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है जो संवेदनशील और कल्पनाशील हैं और दिमाग के साथ-साथ आपके तंत्रिका तंत्र को भी शांत करने में मदद करते हैं। इस वजह से, नीलम को "प्रकृति शांत" कहा गया है और भावनात्मक स्थिरता को बढ़ावा देते हुए तनाव को कम करने और चिंता को कम करने में मदद करता है। यह एक अच्छा श्रोता होने के साथ-साथ दयालु और सौम्य होने में भी मदद करता है। यह मानसिक क्षमताओं और आध्यात्मिक जागरूकता को भी बढ़ाता है। इसे अक्सर एक महान ध्यान पत्थर माना जाता है।
कैसे धारण करें पुखराज
पुखराज पहनने के लिए सबसे पहले इस रत्न की सोने की अंगूठी में बनवाएं, पुखराज सिर्फ और सिर्फ सोने की अंगूठी में ही धारण करना चाहिए। इस अंगूठी को दूध और गंगाजल में डाल दें और फिर शक्कर और शहद के घोल में ये अंगूठी डालें। अब बृहस्पतिदेव देव की पूजा करें और ' ऊं ब्रह्म ब्र्हस्पतिये नमः' मंत्र का जाप करें। इसके बाद अंगूठी को बृहस्पतिदेव के चरणों से स्पर्श करवाएं और फिर अपनी उंगली में धारण करें।
श्री ज्योतिषी चिराग दारूवाला विशेषज्ञ ज्योतिषी बेजान दारूवाला के पुत्र हैं। उन्हें प्रेम, वित्त, करियर, स्वास्थ्य और व्यवसाय पर विस्तृत ज्योतिषीय भविष्यवाणियों के लिए जाना जाता है।
डिस्क्लेमर- इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता, किसी रत्न को धारण करने से पहले संबंधित क्षेत्र से विशेषज्ञ से सलाह लें।
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