Highlights
- गाजियाबाद के श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर समेत अन्य सभी शिवालयों में महाशिवरात्रि को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं
- शिवालयों और शिवभक्त कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है
- महाशिवरात्रि पर पूजा-अर्चना एवं जलाभिषेक के लिए प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में यहां श्रद्धालु पहुंचते हैं
सोनवार यानी 1 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व एक मार्च को धूमधाम से मनाया जाएगा। इसे लेकर गाजियाबाद के श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर समेत अन्य सभी शिवालयों में महाशिवरात्रि को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। शिवालयों और शिवभक्त कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है। श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि पर पूजा-अर्चना एवं जलाभिषेक के लिए प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
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कहा जाता है कि महाशिवरात्रि पर जो भक्त सच्चे मन से भोले बाबा की पूजा अर्चना करते हैं उनके सभी कष्टों का निवारण हो जाता है। कोविड गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए दर्शन की व्यवस्था रखी जाएगी, वहीं जो भक्त घर पर रहकर ही दर्शन करना चाहते हैं उनके लिए ऑनलाइन प्रसारण की व्यवस्था की जाएगी।
आज होगी मेंहदी-
श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर में आज शाम सात बजे बाबा भोलेनाथ की मेंहदी होगी। नौ बजे शिव बारात निकलेगी और रात 11 बजे जयमाला होगी और मंदिर परिसर में भजन संध्या का भी आयोजन किया जाएगा।
56 प्रकार के व्यंजनों का लगेगा भोग-
रात को 12 बजे से जलाभिषेक शुरू कर दिया जाएगा जो सुबह साढ़े तीन बजे तक चलेगा। इसके बाद आरती, श्रृंगार और भोग के बाद जलाभिषेक शुरू किया जाएगा। शाम साढ़े पांच बजे भगवान दूधेश्वर का पंचामृत पंचगव्य से अभिषेक और पंचोपचार, षोडशोपचार, राजोपचार से पूजन किया जाएगा। 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा।
सुरक्षा व्यवस्था-
जिलाधिकारी ने 19 बिंदुओं पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं। कांवड़ मार्गों पर निगरानी बढ़ाई गई है। महाशिवरात्रि पर शिवालयों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा पर विशेष ध्यान दिया गया है।