हमारे देश में शादी विवाह के मामलों में मांगलिक दोष की अक्सर बात की जाती है। यूं तो मंगल देवताओं के सेनापति यानि देवसेनापति हैं लेकिन यही मंगल कई बार विवाह संबंधी परेशानियां पैदा करते हैं जिसके चलते जातक को मांगलिक दोष लगता है। वो जातक जिनका मंगल कमजोर होने के कारण उनके विवाह में दिक्कत आती हैं, उन्हें अक्सर मांगलिक दोष दूर करने के लिए मंगल का रत्न मूंगा धारण करने की सलाह दी जाती है।
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ज्योतिषचार्यों के अनुसार मूंगा धारण करने से मंगल ग्रह मजबूत होता है। ज्योतिष शास्त्र में सलाह दी गई है कि अगर मांगलिक दोष से पीड़ित हैं तो संबंधित जातक को ज्योतिषी की सलाह पर मूंगा पहनना चाहिए। इसे ज्योतिषी की सलाह पर सही रत्ती पहनने पर मंगल दोष शांत होता है और मांगलिक व्यक्ति के लग्न की संभावनाएं बनने लगती हैं।
इतना ही नहीं अगर व्यक्ति मूंगा को विधि-विधान के साथ धारण करें तो तमाम तरह के अपयश, विपदाओं और दुर्घटनाओं आदि से मुक्ति हो सकता हैं। जानिए किन लोगों को मूंगा धारण करना चाहिए।
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ज्योतिषाचार्य भी कहते हैं कि मांगलिक दोष विवाह और दांपत्य जीवन को प्रभावित करता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी जातक की कुंडली में मंगल पहले, चौथे, सांतवें, आठवें और बारहवें भाव में बैठा हो तो यह स्थिति कुंडली में मांगलिक दोष का निर्माण करती है। इसके प्रभावों को कम करने के लिए जातक को मूंगा पहनने की सलाह दी जाती है।
कैसे धारण करें मूंगा
मांगलिक दोष से राहत पानी है तो मूंगे को तांबे या फिर सोने की अंगूठी में पहनना शुभ माना जाता है। मूंगा को लाकर सोमवार की रात को दूध और गंगाजल मिले मिश्रण में मूंगा डाल दें। फिर मंगलावर के दिन इसे साफ करके तर्जनी या फिर अनामिका अंगूली में पहन लें।
डिस्क्लेमर - ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता। इसलिए इस रत्न को धारण करने से पहले एक बार ज्योतिष से सलाह जरूर लें।