Highlights
- हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का विशेष महत्व
- मकर संक्रांति के दिन करें ये उपाय
मकर संक्रांति के दिन सूर्यदेव धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश किया था। उस समय उन्होंने शनिदेव को धन-संपत्ति का आशीर्वाद किया था। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही खरमास या धनुर्मास भी समाप्त हो जाएगा।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार मकर संक्रांति के मौके पर स्नान-दान के साथ-साथ कुछ खास उपाय भी अपनाने चाहिए। इससे आपको सुख-शांति के साथ धनलाभ भी मिलेगा।
मकर संक्रांति के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर, सूर्य के उगने पर तांबे के लोटे या गिलास में शुद्ध जल लेकर, उसमें कुमकुम और लाल फूल डालकर भगवान को अर्घ्य दें । फिर कुश के आसन पर बैठकर सूर्य गायत्री मंत्र का इच्छानुसार जाप करें । मंत्र है- ऊं आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्य: प्रचोदयात्।।
Makar Sankranti 2022: मकर संक्रांति पर इन चीजों का जरूर करें दान, जानिए इसका खास महत्व
अपने सुख-सौभाग्य में वृद्धि के लिये मकर संक्रांति के दिन चौदह की संख्या में किसी भी एक चीज़ का सुहागिन औरतों को दान करना चाहिए।
सूर्यदेव के शुभ फल प्राप्त करने के लिये कल गुड़ और कच्चे चावल बहते हुए जल में प्रवाहित करें।
अपने मन की कोई इच्छा पूरी करना चाहते हैं, तो मकर संक्रांति को तांबे का सिक्का या तांबे का चौकोर टुकड़ा बहते पानी में प्रवाहित करें, साथ ही एक लाल कपड़े में गेहूं और गुड़ बांधकर किसी जरूरमंद को दान करें।
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आर्थिक रूप से लाभ पाने के लिए मकर संक्राति के दिन सुबह के समय स्नान के बाद पूर्व दिशा में एक पाटे पर सफेद कपड़ा बिछाकर, उस पर सूर्य देव की तस्वीर या मूर्ति रखें। अब पाटे के सामने आसन बिछाकर बैठें और पंचोपचार से भगवान की पूजा करें। पूजा के बाद भगवान को गुड़ का भोग लगाएं और अंजुलि में लाल फूल लेकर अर्पित करें। अब 108 बार सूर्य मंत्र का जाप करें। अगर संभव हो तो लाल चंदन की माला से मंत्र जाप करें। मंत्र है- ‘ऊं घृणि सूर्याय नमः’