Highlights
- हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनायी जाती है।
- इस बार कालाष्टमी 22 मई को पड़ रही है।
Kalashtami 2022: हर महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को कालाष्टमी मनायी जाती है। इस बार कालाष्टमी 22 मई को पड़ रही है। इस दिन भगवान शंकर के भैरव स्वरूप की उपासना की जाती है। इन्हें तंत्र-मंत्र का देवता भी माना जाता है। इस दिन सुबह किसी पवित्र नदी या सरोवर में स्नान करने के बाद पितरों का तर्पण करना चाहिए और उसके बाद भैरव जी की पूजा करनी चाहिए। जो लोग किसी नदी या तालाब में स्नान के लिए नहीं जा सकते, वो घर पर ही अपने स्नान के पानी में पवित्र नदियों का आह्वाहन करके स्नान कर लें। ऐसा करने से आपके जीवन से सारी परेशानियां दूर होंगी, हर प्रकार के भय से छुटकारा मिलेगा और सुख-साधनों में बढ़ोतरी होगी।
ऐसे में आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए कालाष्टमी के दिन भैरव के किस उपाय को करने से आपकी सारी परेशानी दूर हो सकती है साथ ही शुभ फलों की प्राप्ति के लिए आपको कौन-से खास उपाय करने चाहिए।
- अगर आप चाहते हैं कि आपके जीवन में कोई परेशानी ना आएं और आप जीवन में लगातार आगे बढ़ते चले जाएं, तो इस दिन आपको सुबह स्नान आदि के बाद भैरव जी की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए और उन्हें जलेबी का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से आपको जीवन में कोई परेशानी नहीं आयेगी और आप जीवन में हमेशा आगे बढ़ते जायेंगे।
- अगर आप अपनी आर्थिक उन्नति सुनिश्चित करना चाहते हैं, तो इस दिन आपको अपने घर के बाहर शमी का पेड़ लगाना चाहिए। ऐसा करने से आपकी आर्थिक उन्नति सुनिश्चित होगी।
- अगर आप अपने घर के सुख-साधनों में बढ़ोतरी करना चाहते हैं, तो इस दिन आपको भैरव जी का आशीर्वाद लेकर मौली से एक लम्बा सा धागा निकालकर, उसमें सात गांठे लगाकर अपने घर के मंदिर में रखना चाहिए। ऐसा करने से आपके घर के सुख-साधनों में बढ़ोतरी होगी।
- अगर आपको नौकरी या बिजनेस में कोई परेशानी आ रही है, तो उससे छुटकारा पाने के लिए इस दिन आपको अपने बड़े भाई का आशीर्वाद लेना चाहिए और उन्हें अपनी श्रद्धानुसार कुछ गिफ्ट करना चाहिए। ऐसा करने से नौकरी या बिजनेस में आ रही परेशानियों से आपको जल्द ही छुटकरा मिलेगा।
- अगर आपको किसी प्रकार का भय बना रहता है, तो इस दिन भैरव जी के इस मंत्र का 5 बार जप करें। मंत्र इस प्रकार है -आं ह्री क्रों बम् बटुकाय आपद् उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय बम् क्रों ह्रीं आं स्वाहा। ऐसा करने से आपको किसी प्रकार का भय नहीं रहेगा।
- अगर आप किसी बात को लेकर दुविधा में पड़े हुए हैं और उससे बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, तो इस दिन आपको शमी के पेड़ की जड़ में जल और मन्दिर में सूत का धागा चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से आपको जल्द ही कोई अच्छा सॉल्यूशन मिलेगा और आप अपनी दुविधा से बाहर निकल पायेंगे।
- अगर आप आत्मविश्वास और साहस से भरपूर रहना चाहते हैं, तो इस दिन आपको भैरव जी के साथ ही अपने पितरों की भी पूजा करनी चाहिए और अपने पितरों के निमित्त तर्पण करना चाहिए। साथ ही किसी ब्राह्मण को श्रद्धापूर्वक भोजन खिलाना चाहिए। ऐसा करने से आप आत्मविश्वास और साहस से भरपूर रहेंगे।
- अगर आप अपने वैवाहिक जीवन को सुखद बनाना चाहते हैं, तो इस दिन शमी के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। ऐसा करने से आपका वैवाहिक जीवन सुखद बना रहेगा।
- अगर आप अपने जीवन साथी के आस पास से हर तरह की बुराई और नेगेटिविटी को दूर करना चाहते हैं, तो इस दिन छोटे से मिट्टी के एक बर्तन में चीनी डालकर कुछ दक्षिणा सहित मन्दिर में दान करें। ऐसा करने से आपके जीवन साथी हर तरह की बुराई और नेगेटिविटी से बचे रहेंगे और आपको भी किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
- अगर आप अपने हुनर को सही पहचान देना चाहते हैं और दूसरों की बुरी नजर से बचे रहना चाहते हैं, तो इस दिन भैरव जी को लाल पुष्प अर्पित करें और उनके सामने हाथ जोड़कर प्रार्थना करें। ऐसा करने से आपके हुनर को सही पहचान मिलेगी और आप दूसरों की बुरी नजर से भी बचे रहेंगे।
- अगर आप भाई-बहनों के साथ अपने संबंधों को बेहतर और मजबूत बनाये रखना चाहते हैं, तो इस दिन आपको सुबह स्नान आदि के बाद शमी के पेड़ को प्रणाम करना चाहिए और मन्दिर में शहद का दान करना चाहिए। ऐसा करने से भाई-बहनों के साथ आपके संबंध मजबूत और बेहतर होंगे।
- अगर आप अपने व्यक्तित्व को मजबूत करना चाहते हैं, तो इस दिन आपको एक सरसों के तेल में चुपड़ी हुई रोटी लेकर काले कुत्ते को खिलानी चाहिए। ऐसा करने से आपका व्यक्तित्व मजबूत होगा और आप अपने काम बेहतर ढंग से पूरे कर पायेंगे।
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