Highlights
- वास्तु शास्त्र में पेड़-पौधों से जुड़े अनेक नियम बताए गए हैं
- हमेशा अपने घर में वास्तु को ध्यान में रख कर ही पेड़ पौधों को लगाना चाहिए
- दूधिया पेड़-पौधों को घर के आंगन में लगाने से बचना चाहिए
पौधे हमारे घर की खूबसूरती बढ़ाने के साथ-साथ हमें तमाम तरह के फायदे पहुंचाते हैं। लेकिन कई पौधे ऐसे होते हैं जिनका निगेटिव असर भी होता है। वास्तु वास्तु शास्त्र में पेड़-पौधों से जुड़े अनेक नियम बताए गए हैं। इसलिए हमेशा अपने घर में वास्तु को ध्यान में रख कर ही पेड़ पौधों को लगाना चाहिए। आइए आपको बताते हैं कि कौन से पौधे हैं जो घर के अंदर नहीं लगाने चाहिए, वरना आपको फायदे की जगह नुकसान होने लगेंगे।
घर में न लगाएं दूधिया पेड़-पौधे
घर में पौधे लगाते वक्त इस बात का ध्यान रकें कि वो ऐसे पौधे ना हों जिसमें दूध निकलता हो। दूधिया पेड़-पौधों को घर के आंगन मेंनहीं लगाना चाहिए। इससे घर का कोई न कोई सदस्य बीमार रहता है और उसकी बीमारी ठीक नहीं होती है।
बरगद और पीपल घर में न लगाएं
आपने अक्सर सुना होगा घर में बरगद और पीपल का पेड़ नहीं लगाना चाहिए। वैसे तो बरगद और पीपल के पेड़ को हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है, लेकिन इस पेड़ को घर में लगाने से अशुभ फल प्राप्त होता है, इसे मंदिर में लगाया जा सकता है।
घर में न लगाएं कांटे वाले पौधे
घर में ऐसे पौधे नहीं लगाने चाहिए जिसमें कांटे हों। ऐसा करने से घर में कलह होती है और निगेटिविटी फैलती है। अगर आपका मन गुलाब लगाने का है तो आप उसे घर के आंगन में लगाने की बजाय छत पर किसी गमले में लगाएं।
घर के ठीक सामने न लगाएं पेड़-पौधे
कभी भी घर के ठीक सामने या बीच में कोई भी पौधा कभी नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में परेशानियां बढ़ती हैं और बीमारियां होती हैं।
आंगन में न लगाएं ये पेड़
फलों के पेड़ जैसे आम, जामुन, केला, दूधिया पेड़ जैसे महुआ, पीपल और कांटेदार पेड़ जैसे बबूल, बेर आदि को घर के आंगन में नहीं लगाना चाहिए।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इंडिया टीवी इनकी पुष्टि नहीं करता है।