घर परिवार में अक्सर कई लोग ऐसे होते हैं जो बार बार बीमार पड़ जाते हैं। कहा जाता है कि बार बार बीमार पड़ने की वजह कुंडली में चंद्रमा का कमजोर होना भी होती है। यानी कि अगर किसी शख्स की कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थान पर बैठा है तो व्यक्ति हर मौसम में बीमार पड़ता है और उसे अक्सर कोई बड़ी बीमारी भी घेर लेती है। ज्योतिष विज्ञान में कमजोर चंद्रमा के लिए चांदी के कड़े का उपाय बताया गया है।
ज्योतिष विज्ञान कहता है कि चांदी चंद्रमा की धातु है और ये कमजोर चंद्रमा को मजबूत करती है और चांदी का कड़ा पहनने से किसी की कुंडली में कमजोर चंद्रमा को मजबूती मिलती है। इसलिए अगर आपके घर में कोई बार बार बीमार पड़ रहा है तो उसे चांदी का कड़ा पहनाना चाहिए ताकि उसका कमजोर चंद्रमा मजबूत हो सके।
चांदी का कड़ा पहनने से केवल चंद्रमा ही नहीं शुक्र भी मजबूत होते हैं और मजबूत शुक्र घर में सुख समृद्धि और वैभव लाते हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि चांदी भगवान शिव के नेत्रों से उत्पन्न हुई है और इसलिए यह शीतलता भी देती है। चांदी शरीर के जल तत्व और कफ को नियंत्रित करती है। इसलिए जो लोग मौसमी बीमारियों का जल्दी शिकार होते हैं उन्हें शरीर पर चांदी धारण करनी चाहिए।
कहा जाता है कि सोमवार के दिन पुरुष अपने दाहिने हाथ में और महिलाएं अपने बाएं हाथ में हाथ में चांदी का कड़ा पहने तो मानसिक तनाव से मुक्त हो जाते हैं। चांदी के कड़े से चंद्र दोष दूर होने के साथ साथ शुक्र प्रबल होता है और मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है।
कैसे और कब पहनें चांदी का कड़ा
शुक्रवार के दिन चांदी का कड़ा बनवाएं या खरीद कर ले आएं। सोमवार के दिन सुबह चांदी के कड़े को दूध में स्नान करवा कर शिवलिंग की आराधना करें और उस पर सिंदूर भी लगा दे। शाम के समय सीधे हाथ में इसे पहन लेना चाहिए। ऐसा करने पर लोक मान्यताओं के आधार पर शुभ परिणाम मिलने शुरू हो जाएंगे और बीमारी भी कम होने लगेंगी।
डिस्क्लेमर - ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।