Highlights
- हमें अपने जीवन में सोच समझ कर दोस्ती और दुश्मनी करनी चाहिए
- आचार्य चाणक्य की मानें तो कभी कमजोर लोगों से दुश्मनी नहीं करना चाहिए
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य की नीतियां एक सफल जीवन के लिए बेहद जरूरी होता है। यदि हमें जीवन में सफल होना है तो आचार्य चाणक्य की नीतियों को आत्मसात कर एक बेहतर जीवन जिया जा सकता है। आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार भले ही आपको थोड़े कठोर लगे लेकिन ये कठोरता ही जीवन की सच्चाई है। आज की चाणक्य नीति के बारे में जानेंगे कि किस तरह के लोगों से हमेशा दूर रहना चाहिए नहीं तो अपनी जिंदगी दूभर हो जाती है।
'कमजोर व्यक्ति से दुश्मनी ज्यादा खतरनाक होती है क्योंकि वह उस समय हमला करता है जिसकी आप कल्पना ही नहीं कर सकते हैं।' आचार्य चाणक्य
अपने नीति शास्त्र में आचार्य चाणक्य ने इस कथन के जरिए कहा है कि मनुष्य को दुश्मनी करने से पहले विचार करना बहुत जरूरी है। खासकर ऐसे लोगों से दुश्मनी कभी नहीं करनी चाहिए जो कमजोर होते हैं। आचार्य चाणक्य की मानें तो कमजोर लोगों से दुश्मनी इसलिए नहीं करना चाहिए क्योंकि कमजोर व्यक्ति इस तरह से घात लगाकर हमला करता है कि सामने वाले के पास बचने का एक भी मौका नहीं होता।
असल जिंदगी में कई बार आपने देखा होगा कि लोग उस व्यक्ति पर सबसे पहले हमला करते हैं जो कमजोर होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि उसे लगता है कि सामने वाला तो कमजोर है तो क्या ही उस पर हमला करेगा। लेकिन ऐसा सोचकर वो सबसे बड़ी गलती कर देते हैं। कमजोर व्यक्ति इसलिए कमजोर नहीं होता क्योंकि उसके पास पैसा या फिर सामने वाले के समान संसाधन नहीं होते। ऐसा व्यक्ति दूसरों के सामने अपनी आवाज़ उठाने से डरता है। लेकिन अगर आप बार-बार किसी को अपना निशाना बनाएंगे तो एक दिन सब्र का बांध टूटना निश्चित है।
ऐसा इसलिए क्योंकि कमजोर व्यक्ति जब हमला करेगा तो वो हर उस पहलू की ओर ध्यान देगा जो शायद सामने वाले ने ना दिया हो। वो सामने वाले की कमजोरी के साथ-साथ उसके प्लस प्वाइंट को भी अपने ध्यान में रखेगा। वो उस वक्त सामने वाले पर हमला करेगा जब वो इस बात के लिए निश्चिंत हो कि उसकी जीत पक्की है। इसी वजह से आचार्य चाणक्य ने कहा है कि कमजोर व्यक्ति से दुश्मनी ज्यादा खतरनाक होती है क्योंकि वह उस समय हमला करता है जिसकी आप कल्पना ही नहीं कर सकते हैं।