आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार भले ही आपको थोड़े कठोर लगे लेकिन ये कठोरता ही जीवन की सच्चाई है। हम लोग भागदौड़ भरी जिंदगी में इन विचारों को भले ही नजरअंदाज कर दें लेकिन ये वचन जीवन की हर कसौटी पर आपकी मदद करेंगे। आचार्य चाणक्य के इन्हीं विचारों में से आज हम एक और विचार का विश्लेषण करेंगे। आज का ये विचार बुद्धि पर आधारित है।
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'बुद्धि और विवेक को धन से कभी नहीं खरीदा जा सकता': आचार्य चाणक्य
चाणक्य के अनुसार कोई भी व्यक्ति अपनी बुद्धि का सही इस्तेमाल करके सफल जीवन व्यतीत कर सकता है। बुद्धि के धनी व्यक्ति के हाथ सफलता अवश्य लगती है। चाणक्य कहते हैं कि बुद्धि और विवेक के कारण व्यक्ति को समाज में मान-सम्मान भी मिलता है।
चाणक्य के मुताबिक यदि किसी बुद्धिमान व्यक्ति के पास धन की कमी है तो वो अपनी बुद्धि के बल पर धन में इजाफा कर सकता है। लेकिन बुद्धि खरीदना असंभव है।
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