Highlights
- आचार्य चाणक्य की नीतियां आज भी समाज और परिवार में जीने के सलीके सिखाती हैं।
- आचार्य चाणक्य अनुसार, किसी को कभी भी अपने जीवन की तुलना दूसरों से नहीं करनी चाहिए।
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार आज भी समाज और परिवार में जीने के सलीके सिखाती हैं। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति में पैसे, सेहत, बिजनेस, दांपत्य जीवन, समाज, जीवन में सफलता से जुड़े तमाम चीजों पर अपनी राय दी है जिसे चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है, ये हमेशा मुसीबत के समय में सही सलाह देती हैं। इनके विचार आपको थोड़े कठोर जरूर लगे लेकिन ये कठोरता ही जीवन की सच्चाई है। भागदौड़ भरी जिंदगी में आप इन विचारों को नजरअंदाज ही क्यों न कर दें लेकिन ये वचन जीवन की हर कसौटी पर आपकी मदद करेंगे।
आचार्य चाणक्य के इन्हीं विचारों में से आज हम एक और विचार का विश्लेषण करेंगे। आज के विचार में आचार्य चाणक्य ने बताया है कि किसी को भी अपनी जिंदगी की तुलना किसी और से नहीं करनी चाहिए। जानिए।
'आप अपनी जिंदगी की तुलना अन्य लोगों के साथ मत करो सूर्य और चंद्रमा दोनों ही चमकते हैं लेकिन अपने अपने समय पर।' - आचार्य चाणक्य
आचार्य चाणक्य के इस कथन के अनुसार, किसी को कभी भी अपने जीवन की तुलना दूसरों से नहीं करनी चाहिए। अक्सर ऐसा होता है कि लोग दूसरे को देखकर अपने जीवन की तुलना उनसे करने लगते हैं। ये तुलना कई बार पैसे, मकान, करियर या फिर कपड़ों की भी हो सकती है। अगर आप भी इसको लेकर अपनी तुलना दूसरों से करते हैं तो इस आदत को तुरंत बदल दें।
आचार्य चाणक्य का कहना है कि असल जिंदगी में आपका आमना-सामना कई तरह के लोगों से होता है। ऐसे में हो सकता है कि आपके सामने वाले के पास कुछ हो और आपके पास वो चीजें हों। लेकिन कभी भी दूसरों के लाइफस्टाइल से अपनी तुलना न करें। ये आपके लिए खतरनाक हो सकता है। ऐसा करके आपके अंदर जलन का भाव आएगा। इसलिए बेहतर रहेगा कि खुद को जलाने की बजाए आप खुशहाल जिंदगी व्यतीत करें।
चाणक्य जी कहते हैं कि जिस तरह आसमान में चंद्रमा और सूरज के चमकने का वक्त अलग-अलग होता है। ठीक उसी तरह आपको भी वो सब जीवन में मिलेगा जो आप डिजर्व करते हैं। उसके लिए बस आपको थोड़ा सब्र करना रखना होगा।
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