आचार्य चाणक्य ने अपने नीति में सफल जीवन के लिए कई नीतियां बताई हैं। उनमें से भले ही आपको कई नीतियां और विचार थोड़े कठोर लगे लेकिन ये कठोरता ही जीवन की सच्चाई है। भागदौड़ भरी जिंदगी में आप इन विचारों को नजरअंदाज ही क्यों न कर दें लेकिन ये वचन जीवन की हर कसौटी पर आपकी मदद करेंगे।
चाणक्य जी ने नीति शास्त्र में कुछ महत्वपूर्ण बातें भी बताई हैं। अगर इसे ध्यान में रखा जाए तो आप विपरीत परिस्थितियों को भी आसानी से पार कर सकते हैं। इन्हीं नीति में से एक चीज के बारे में आचार्य चाणक्य ने बताया है कि वो कभी भी इंसान का साथ नहीं छोड़ती है। ऐसे में आइए आचार्य चाणक्य से जानते हैं कि आखिर वो ऐसी कौन सी चीज हैं जो इस जन्म के साथ-साथ अगले जन्म तक आपके साथ चलती है।
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जिस प्रकार एक गाय का बछड़ा, हजारों गायों में अपनी मां के पीछे चलता है, उसी तरह कर्म भी सदा आदमी के पीछे चलते हैं- आचार्य चाणक्य
आचार्य चाणक्य के इस कथन के अनुसार, जिस तरह से एक बछड़ा अपनी मां के पीछे हमेशा साथ चलता है, अगर वह झुंड में भी कहीं खो जाए तब भी अपनी मां को ढूंढ लेता है, ठीक उसी तरह कर्म होते हैं। जो मनुष्य के पीछे-पीछे हमेशा चलते हैं। आप चाहें जितनी भी कोशिश क्यों न कर लें इससे कभी भी छुटकारा नहीं पा सकते। लेकिन बुरे कर्मों का फल तथा अच्छे कर्मों का फल अगले जन्म में या इसी जन्म में भुगतना पड़ता है।
इसलिए चाणक्य जी कहते हैं कि इंसान को हमेशा सही कर्म करने चाहिए। तभी उसे आने वाले समय में अच्छा फल मिल पाएगा। यदि कोई व्यक्ति बुरे कर्म करता है तो उसे उसका फल जरूर मिलता है। कर्म ही एक ऐसी चीज हैं जो मनुष्य को उसके काम के मुताबिक फल देती है। इसलिए हमेशा सही रास्ते में चलना चाहिए, जिससे आपका आने वाला समय अच्छा हो।