Chanakya Niti: आचार्य विष्णुगुप्त ने अपने नीतिशास्त्र में सफल जीवन के कई मंत्रों को दिया है। इनका पालन करने के बाद हम अपने जीवन को सफल बना सकते हैं। आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार भले ही कठोर लगें मगर इनका जीवन में सही तरह से आत्मसात किया जाए तो ये हमारे जीवन को सफल बना सकती हैं। आज की चाणक्य नीति के बारे में हम जानेंगे कि कैसे गलतफहमी किसी भी रिश्ते को पल भर में खत्म कर सकती है।
'एक भ्रम अच्छे से अच्छे रिश्ते को भी तोड़ देता है लेकिन वो रिश्ता अच्छा कैसे हुआ जो सिर्फ एक भ्रम से टूट जाता है।' आचार्य चाणक्य
अपने नीति शास्त्र में आचार्य चाणक्य ने बताया है कि कोई भी बात यदी आपके रिश्तों को आसानी से तोड़ दे तो इसका अर्थ ये है कि आपका रिश्ता बहुत ज्यादा कमजोर है। किसी रिश्ते में भ्रम की तरफ संकेत करते हुए आचार्य चाणक्य बताते हैं कि रिश्ते के बीच अगर गलतफहमी की दीवार आ गई तो उस रिश्ते का बचना मुश्किल है। फिर चाहे वो रिश्ता कितना भी गहरा क्यों न हो, गलतफहमी हर रिश्ते को खोखला कर देती है।
गलतफहमी की वजह से कई साल पुराने रिश्ते टूट जाते हैं। इसलिए अगर समय रहते ही इस गलतफहमी की दीवार को नहीं गिराई जाए तो उसकी चपेट में आने के बाद मजबूत से मजबूत रिश्ते नहीं बच पाते हैं।
यही कारण है कि आचार्य चाणक्य ने भ्रम को किसी भी रिश्ते के लिए बुरा माना है।