Highlights
- क्रोध इंसान को नर्क में लेकर जाता है।
- अहंकार करने वाले लोगों को लक्ष्मी जी कभी पसंद नहीं करती हैं।
भला कौन नहीं चाहता धन की देवी लक्ष्मी जी को साथ रखना? हर किसी की चाहत होती है कि वो जीवन में धनवान हो। लेकिन अगर आप सोचते हैं कि लक्ष्मी जी का साथ बहुत तपस्या और कर्म-काण्ड के बाद ही मिलता है तो यह आपकी भूल है। आपकी नित्य रोज के आचरण और कार्यों से भी मां लक्ष्मी का आशीर्वाद आपको मिल सकता है। कहा गया है कि जिसके पास लक्ष्मी जी का आशीर्वाद होता है उसे सुख-सुविधाओं की कोई कमी नहीं रहती है। ऐसे लोगों को हर जगह सम्मान भी प्राप्त होता है। लेकिन कुछ दैनिक अनैतिक कार्यों से लक्ष्मी जी साथ छोड़ भी देती हैं। इसलिए जो लोग धनवान बनना चाहते हैं और लक्ष्मी जी का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, उन्हें ये काम भूलकर भी नहीं अपनानी चाहिए। ऐसा करने से लक्ष्मी जी नाराज होती हैं। आइए जानते हैं।
Chankya Niti: ऐसे लोगों से बिल्कुल भी न करें मित्रता, हो सकते हैं आप हर तरह से बर्बाद
क्रोध और अपशब्द
चाणक्य नीति कहती है कि क्रोध इंसान को नर्क में लेकर जाता है। क्रोध एंव अपशब्दों का प्रयोग करने वाले को लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त नहीं होती है। अक्सर लोग अपने घर या अपनों पर क्रोध करते रहते हैं जिस वजह से घर में कलेश का माहौल बना रहता है। ऐसा करने से देवी लक्ष्मी जी उस व्यक्ति और घर से दूर हो जाती हैं।
अहंकार
चाणक्य नीति कहती है कि अहंकार करने वाले व्यक्ति को लक्ष्मी जी कभी पसंद नहीं करती हैं। ऐसे लोग जीवन में कभी सफल नहीं होते हैं। आपको इस बुरी आदत से बचने के लिए हर कोशिश करनी चाहिए।
आलस
आलस करने वाले लोग अपने जीवन में कभी सफल नहीं हो पाते और ना ही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाते हैं। ऐसे लोगों को लक्ष्मी जी अपना आशीर्वाद कभी नहीं देती हैं।
Chankya Niti: इन लोगों का कभी न करें भला, वरना नष्ट हो जाएगा आपका जीवन
लालच
चाणक्य नीति के अनुसार लोभ यानि लालच सभी प्रकार के अवगुणों में वृद्धि करता है। इससे दूर रहने में ही भलाई है। लालच करने वाले लोगों को लक्ष्मी जी कभी पसंद नहीं करती हैं।
मैले कपड़े पहनना
चाणक्य नीति कहती है कि यदि व्यक्ति जीवन में मैले कपड़ों को धारण करता है तो ऐसे लोगों को सामाजिक जीवन में अपमानित होना ही पड़ता है साथ ही लक्ष्मी जी भी उससे दूर हो जाती हैं। इसलिए मैले कपड़े ना पहने।
Chanakya Niti: यह एक चीज हमेशा चलती है मनुष्य के पीछे, चाहकर भी नहीं कर सकते अलग