Highlights
- लहसुनिया केतु ग्रह का रत्न है
- जानिए किन लोगों के लिए फायदेमंद है लहसुनिया धारण करना
लहसुनिया रत्न केतु का रत्न होता है। यह रत्न बेहद चमकीला होता है। इसकी अपनी विशेष बनावट के कारण इसे अंग्रेजी में 'कैट्स आई (Cats Eyes) कहा जाता है। ज्योतिषों के अनुसार, जब कुंडली में मौजूद केतु आपके लिए परेशानी का कारण बने तो लहसुनिया रत्न धारण करना शुभ माना जाता है। इसे धारण करने से आपको हर तरह की समस्याओं से छुटकारा मिलने के साथ-साथ मानसिक रूप से भी शांति मिलती है। जानिए किन लोगों को लहसुनिया रत्न पहनना चाहिए और किन्हें नहीं।
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किन लोगों को धारण करना चाहिए लहसुनिया रत्न
- अगर आपकी कुंडली में केतु कमजोर है तो उसे बलशाली बनाने के लिए लहसुनिया रत्न पहनना चाहिए। इससे आपको अनचाहे डर से भी मुक्ति मिलेगी।
- केतु के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए लहसुनिया रत्न धारण करना चाहिए।
- जिन लोगों की कुंडली में केतु प्रथम, तीसरे, चौथे, पांचवे, नवें और दसवें भाव पर हो। उन लोगों को लहसुनिया पहनना लाभकारी होगा।
- अगर कुंडली में केतु सूर्य के साथ हो या फिर सूर्य से दृष्ट होतो इस रत्न को पहनना चाहिए।
- अगर आपकी जन्मपत्रिका में केतु मंगल, ब्रहस्पति और शुक्र के साथ हो तो आप लहसुनिया रत्न पहन सकते हैं।
- केतु की अंतरदशा और महादशा चल रही हो तो इस रत्न को धारण करना लाभकारी होगा।
- अगर किसी बच्चे को बार-बार नजर लग जा रही हैं तो चांदी के लॉकेट में लहसुनिया डालकर पहना दें। इससे लाभ मिलेगा।
- अगर कुंडली में केतु पांचवे भाव के स्वामी के साथ हो या फिर भाग्येश के साथ हो तो लहसुनिया पहनना शुभ होगा।
- अगर किसी बिजनेसमैन को अपने अपने व्यापार पर लगातार हानि हो रही हैं तो वह ज्योतिष से सलाह लेकर लहसुनिया पहन सकता है। इससे उसके रुके हुए सभी काम भी पूरे होंगे।
- अगर आपको मानसिक तनाव में रहते हैं तो लहसुनिया धारण कर सकते हैं। इससे आपके मन को शांति मिलेगी।
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किन लोगों को धारण नहीं करना चाहिए लहसुनिया रत्न
- जिन लोगों की जन्मकुंडली में केतु द्वितीय, सप्तम, अष्टम या फिर द्वादश भाव में स्थित हो तो वह लोग इस रत्न को धारण न करें। इससे उन्हें किसी न किसी तरह की हानि का सामना करना पड़ सकता है।
- लहसुनिया रत्न को कभी भी पुखराज, मोती या फिर माणिक्य के साथ नहीं पहनना चाहिए।
- लहसुनिया रत्न को हीरा के साथ भी कभी भी नहीं पहनना चाहिए। इससे आपको धनहानि हो सकती है।
- अगर लहसुनिया रत्न में चार या इससे अधिक धारियां हो तो इसे बिल्कुल न पहनें। इससे आपको लाभ की जगह हानि होगी।
- व्यक्ति को बिना ज्योतिष की सलाह के लहसुनिया नहीं धारण करना चाहिए। अगर वह ऐसा करता हैं तो उसे दिल और दिमाग से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं।
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डिस्क्लेमर- ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता, किसी रत्न को धारण करने से पहले संबंधित क्षेत्र से विशेषज्ञ से सलाह लें।