ज्योतिष शास्त्र में सभी 9 ग्रहों की अपनी विशेषता होती है। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो किसी भी ग्रह का दूसरे ग्रह के साथ युति का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है। अब 18 जून को बुध और शुक्र ग्रह युति करने जा रहे हैं। दरअसल, 18 जून को शुक्र ग्रह अपनी राशि वृषभ में प्रवेश करने जा रहे हैं, जहां बुध ग्रह पहले से ही विराजमान हैं। ऐसे में दोनों ग्रहों की युति होने जा रही है जो महालक्ष्मी योग का निर्माण हो रहा है।
ऐसे में बुध-शुक्र ग्रह की युति से बने महालक्ष्मी योग का कुछ राशि के जातकों को बहुत शुभ फलदायी साबित होने वाला है। तो आइए जानते हैं उन भाग्यशाली राशियों के बारे में।
इन 3 राशि वालों की चमकेगी किस्मत
मेष राशि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष राशि के जातकों को बुध और शुक्र ग्रह की युति से बने महालक्ष्मी योग का लाभ मिलने के संकेत हैं। इस राशि के जातकों में ये योग दूसरे स्थान पर बन रहा है। कुंडली में दूसरा स्थान धन और वाणी का स्थान कहलाता है। ऐसे में मेष राशि वाले जातकों को धन लाभ की प्राप्ति हो सकती है। अचानक से आपको कारोबार में मुनाफा मिल सकता है, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। इस अवधि में अटका हुआ पैसा भी वापस मिल सकता है। आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। इस दौरान वाणी से जुड़े कार्य वाले लोगों को लाभ मिल सकता है। अगर इस राशि के जातक धनलाभ चाहते हैं तो इस दौरान पन्ना रत्न धारण कर सकते हैं।
कर्क राशि
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कर्क राशि के जातकों को बुध और शुक्र के इस योग से लाभ मिलेगा। इस राशि के जातकों में ये योग 11वें स्थान में बन रहा है। कुंडली में 11वें
स्थान लाभ और इनकम का स्थान कहलाता है। ऐसे में इस दौरान इन जातकों की इनकम में बढ़ोतरी हो सकती है। आय के नए स्त्रोत बनेंगे। बिजनेस में मुनाफा मिल सकता है। कोई बड़ी डील फाइनल होने की संभावना है। आप पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी। इस राशि के जातक इस दौरान मून स्टोन धारण कर सकते हैं।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों में ये योग दशम स्थान पर बन रहा है। कुंडली में ये स्थान जॉब और कार्यक्षेत्र का भाव है। ऐसे में इस दौरान नई जॉब का ऑफर मिल सकता है। व्यापार में धनलाभ होने की संभावना है। नौकरी करने वाले लोगों को इस दौरान प्रमोशन की संभावना है। आप पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी। इस राशि के जातक के लिए एक पन्ना धारण करना शुभ रहेगा।
डिस्क्लेमर - ये आर्टिकल जन सामान्य सूचनाओं और लोकोक्तियों पर आधारित है। इंडिया टीवी इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता।
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